Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Sep 2024 · 1 min read

” गपशप “

” गपशप ”
घोड़ा बोला-मुन्ना राजा
मैं ना दौड़ लगाऊँ,
तुम अकेले खाते रोटी
मैं भी तो कुछ खाऊँ।

2 Likes · 3 Comments · 85 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all

You may also like these posts

चलो कुछ कहे
चलो कुछ कहे
Surinder blackpen
का
का
*प्रणय प्रभात*
आया है प्रवेशोत्सव
आया है प्रवेशोत्सव
gurudeenverma198
दोहा
दोहा
seema sharma
"हार्ड वर्क"
Dr. Kishan tandon kranti
” क्या फर्क पड़ता है ! “
” क्या फर्क पड़ता है ! “
ज्योति
sp15 जो ब्रह्म कमंडल से
sp15 जो ब्रह्म कमंडल से
Manoj Shrivastava
संवेदना
संवेदना
विजय कुमार नामदेव
6) इंतज़ार
6) इंतज़ार
नेहा शर्मा 'नेह'
लिखना चाहता हूं...
लिखना चाहता हूं...
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
कुम्भा सांगा उदयसिंघ, जलमया भल प्रताप।
कुम्भा सांगा उदयसिंघ, जलमया भल प्रताप।
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
धर्म बड़ा या इंसानियत?
धर्म बड़ा या इंसानियत?
Ajit Kumar "Karn"
उधेड़-बुन
उधेड़-बुन
surenderpal vaidya
आज तुम्हारे होंठों का स्वाद फिर याद आया ज़िंदगी को थोड़ा रोक क
आज तुम्हारे होंठों का स्वाद फिर याद आया ज़िंदगी को थोड़ा रोक क
पूर्वार्थ
बदल गई काया सुनो, रहा रूप ना रंग।
बदल गई काया सुनो, रहा रूप ना रंग।
Suryakant Dwivedi
सहपाठी
सहपाठी
Shailendra Aseem
देश की रक्षा उसी तरह करें जिस तरह हम अपने स्वाभिमान की रक्षा
देश की रक्षा उसी तरह करें जिस तरह हम अपने स्वाभिमान की रक्षा
ललकार भारद्वाज
যুঁজ দিওঁ আহক
যুঁজ দিওঁ আহক
Otteri Selvakumar
आइए मेरे हृदय में
आइए मेरे हृदय में
indu parashar
मुॅंह अपना इतना खोलिये
मुॅंह अपना इतना खोलिये
Paras Nath Jha
आंखों में गिर गया
आंखों में गिर गया
RAMESH SHARMA
तन के लोभी सब यहाँ, मन का मिला न मीत ।
तन के लोभी सब यहाँ, मन का मिला न मीत ।
sushil sarna
प्रीतम दोहा अभिव्यक्ति
प्रीतम दोहा अभिव्यक्ति
आर.एस. 'प्रीतम'
जीवन का सितारा
जीवन का सितारा
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
किसी ने पूछा इस दुनिया में आपका अपना कौन है मैंने हंसकर कहा
किसी ने पूछा इस दुनिया में आपका अपना कौन है मैंने हंसकर कहा
Ranjeet kumar patre
नित नित पेड़ लगाता चल
नित नित पेड़ लगाता चल
Prithvi Singh Beniwal Bishnoi
गुमराह बचपन
गुमराह बचपन
Kanchan verma
मन की बुलंद
मन की बुलंद
Anamika Tiwari 'annpurna '
पानी
पानी
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
दोहे
दोहे
navneet kamal
Loading...