Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Sep 2024 · 1 min read

कहाँ हो?

कहाँ हो?

तुझको तन-मन ढूढ़ता,बहुत विकल है आज।
क्या जानें तुम हो कहाँ,हो कर अति नाराज??

नहीं मिलोगे क्या कभी,नहिं होगा दीदार?
क्या मंशा है मित्र जी,रूठ गया क्या प्यार??

जब दिखते हो तुम नहीं,होता हृदय अधीर।
सारे तन में हो सदा,बहुत अधिक ही पीर।।

पीड़ा हरते हो नहीं,बहे नेत्र में नीर।
भूल गए सुनते नहीं,क्यों मेरे जागीर!!

कसम खुदा की हृदय में,उठता गरल गुबार।
चाहत केवल एक तुम,रहे साथ दिलदार।।

तंग न कर जल्दी मिलो,यदि हो सच्चा प्यार।
और अगर य़ह झूठ है,तो कहना बेकार।।

साहित्यकार डॉ0 रामबली मिश्र वाराणसी।

1 Like · 70 Views

You may also like these posts

3808.💐 *पूर्णिका* 💐
3808.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
तिरंगा
तिरंगा
Ashwani Kumar Jaiswal
दुनिया कितनी निराली इस जग की
दुनिया कितनी निराली इस जग की
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
मन की डायरी
मन की डायरी
Surinder blackpen
फूल का मुस्तक़बिल
फूल का मुस्तक़बिल
Vivek Pandey
जब ये मेहसूस हो, दुख समझने वाला कोई है, दुख का भर  स्वत कम ह
जब ये मेहसूस हो, दुख समझने वाला कोई है, दुख का भर स्वत कम ह
पूर्वार्थ
- साहित्य के बिना कौन सहारा हमारा -
- साहित्य के बिना कौन सहारा हमारा -
bharat gehlot
* नई दृष्टि-परिदृश्य आकलन, मेरा नित्य बदलता है【गीतिका】*
* नई दृष्टि-परिदृश्य आकलन, मेरा नित्य बदलता है【गीतिका】*
Ravi Prakash
https://vin777.contact/
https://vin777.contact/
VIN 777
राष्ट्रीय किसान दिवस : भारतीय किसान
राष्ट्रीय किसान दिवस : भारतीय किसान
Satish Srijan
मधुर-मधुर मेरे दीपक जल
मधुर-मधुर मेरे दीपक जल
Pratibha Pandey
वो जो आए दुरुस्त आए
वो जो आए दुरुस्त आए
VINOD CHAUHAN
भोर काल से संध्या तक
भोर काल से संध्या तक
देवराज यादव
23, मायके की याद
23, मायके की याद
Dr .Shweta sood 'Madhu'
आम के आम, गुठलियों के दाम
आम के आम, गुठलियों के दाम
अरविन्द व्यास
कई खयालों में...!
कई खयालों में...!
singh kunwar sarvendra vikram
माँ शारदे
माँ शारदे
Sudhir srivastava
अपने  होने  का  क्या  पता   दोगे ।
अपने होने का क्या पता दोगे ।
Dr fauzia Naseem shad
🙅छुटभैयों की चांदी🙅
🙅छुटभैयों की चांदी🙅
*प्रणय*
मेरी सखी चाय रानी
मेरी सखी चाय रानी
Seema gupta,Alwar
*आओ मिलकर नया साल मनाएं*
*आओ मिलकर नया साल मनाएं*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
"अजीब दौर"
Dr. Kishan tandon kranti
यारो ऐसी माॅं होती है, यारो वो ही माॅं होती है।
यारो ऐसी माॅं होती है, यारो वो ही माॅं होती है।
सत्य कुमार प्रेमी
शिवोहं
शिवोहं
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
Dil toot jaayein chalega
Dil toot jaayein chalega
Prathmesh Yelne
* अध्यापक *
* अध्यापक *
surenderpal vaidya
करते रहो सुकर्म को सोचो न फल कभी
करते रहो सुकर्म को सोचो न फल कभी
Dr Archana Gupta
Good things fall apart so that the best can come together.
Good things fall apart so that the best can come together.
Manisha Manjari
कैफ़ियत
कैफ़ियत
Shally Vij
विकल्प///स्वतन्त्र कुमार
विकल्प///स्वतन्त्र कुमार
स्वतंत्र ललिता मन्नू
Loading...