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31 Aug 2024 · 1 min read

– आजकल –

– आजकल –
संस्कार मिटाने को तत्पर है आजकल,
सभ्यता को नष्ट करने पर तुले है आजकल,
बड़े बुजुर्गो के पांव को बच्चे नही छूते है आजकल,
हाय हेलो में बात करते है आजकल,
बुर्जुगो को बोझ समझते है आजकल,
अनपढ़ गंवार समझते है आजकल,
दस लोग रहते थे पहले एक साथ,
सब अलग -थलग रहने लगे है आजकल,
पहले माता – पिता पांच बच्चों को पालते थे एक घर में,
पांच बच्चों से पांच घरों में एक मां बाप नही सभलते है आजकल,
मां को विधावश्रम व पिता को वृद्धाश्रम में भेजने लगे है आजकल,
संस्कारो का ह्रास हो रहा आजकल,
✍️ भरत गहलोत
जालोर राजस्थान

Language: Hindi
118 Views
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