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19 Aug 2024 · 2 min read

पुस्तक समीक्षा -रंगों की खुशबू डॉ.बनवारी लाल अग्रवाल

पुस्तक समीक्षा-
‘‘रंगों की खुशबू-अद्भुत नया प्रयोग’
समीक्षक-राजीव नामदेव ‘‘राना लिधौरी’’

कृति- ‘‘रंगों की खुशबू’’
कवि- डाॅ.बनवारी लाल अग्रवाल ‘स्नेही’
समीक्षक-राजीव नामदेव ‘राना लिधौरी’, टीकमगढ़ (म.प्र.)
प्रकाशक- साहित्यगार,जयपुर
मूल्य रू. 255/ दो सौ पच्चीस रूपए
सन्-2024 पेज-112

‘‘डाॅ. बनवारी लाल अग्रवाल ‘स्नेही’ जी देश के एक प्रतिष्ठित कवि है उन्होंने इस पुस्तक ‘रंगों की खुशबू’ में नया एवं अद्भुत प्रयोग किया है जिसमें उनकी कविताओं को हिंदी ,अंग्रेजी, राजस्थानी, गुजराती, भोजपुरी,गढ़वाली,सिंध कन्नड,तेलगु आदि नौ भाषाओं में अनुवादित कराके प्रकाशित किया है जिसमें उनकी 13 रचनाओं को देश के विभिन्न भाषाओं के ख्यातिप्राप्त कवियों ने अपनी-अपनी भाषा में अनुवाद करके इस पुस्तक को बेमिशाल बना दिया है। इस अनौखे काम करने पर डाॅ.स्नेही जी का नाम दिनांक 29 अप्रैल सन् 2024 को गोल्डन बुक अॅाफ वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज किया गया है।
निश्चित ही इतनी सारी भाषाओं में एक ही रचनाओं का पढ़कर उस रचना का क्षेत्र एवं पाठकों की पहुँच बढ़ जाएगी। रचनाकार की यही ख्वाहिश होती है कि उनकी रचनाओं को देशभर में अधिक से अधिक पाठ पढ़े इस कविताओं को अनुवादित करने से हिन्दी के साथ-साथ अन्य भाषा के लोग भी रचनाओं को पढ़कर एवं उनके भावों को समझकर आनंदित हो सकते है।
इस संग्रह में कवि ने अपनी कविताओं में छंदों का प्रयोग नहीं किया है लेकिन उनकी ये अतुकांत कविताओं में भाव पक्ष बहुत प्रबल है उन्होंने शब्दों का जो तानावाना बुना है वह पठनीय है और पाठकांे को पढ़ने के लिए बिवस करता है कविताएँ छोटी है इसलिए पाठक पूरी कविता पढ़कर ही आगे बढ़ता है अर्थात बोर नहीं होता है कविताएँ पाठक को बाँधने में सफल है।
साज़िशे,तुम्हारे लिए,जालों में उलझे रहते हैं, क्षमा का भाव,इंतजार ना हो, तल्खियों भरा इंतज़ार, छिपी हुई होगी, समय के बहेलिये,रिश्तों के बीच,कहारता दर्द,आँखों को,उतरन कोई,फाहों से आदि शीर्षक से अच्छी कविताओं की रचना की है जो कि भावों की सुंदर अभिव्यक्ति है।
पुस्तक का कवर पेज सजिल्द एवं आकर्षक है। पुस्तक पठनीय है। कवि का यह नया प्रयोग स्वागत योग्य है साहित्य जगत में इस कृति का स्वागत है। रचनाकार को को इस कृति के प्रकाशन पर हार्दिक बधाई है।
***
-राजीव नामदेव ‘राना लिधौरी’
संपादक ‘आकांक्षा’ (हिन्दी) पत्रिका
संपादक ‘अनुश्रुति’ (बुन्देली) ई-पत्रिका
अध्यक्ष-म.प्र लेखक संघ,टीकमगढ़
जिलाध्यक्ष-वनमाली सृजन केन्द्र,टीकमगढ़
शिवनगर कालौनी,टीकमगढ़ (म.प्र.)
पिन-472001 मोबाइल-9893520965
E Mail- ranalidhori@gmail.com
Blog – rajeevranalidhori.blogspot.com

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