Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
अर्चना मुकेश मेहता
2 Followers
Follow
Report this post
16 Aug 2024 · 1 min read
हल्के किरदार अक्सर घाव गहरे दे जाते हैं।
हल्के किरदार अक्सर घाव गहरे दे जाते हैं।
अर्चना मुकेश मेहता
Tag:
Quote Writer
Like
Share
1 Like
·
1 Comment
· 86 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
You may also like these posts
माँ -एक अहसास
शशि कांत श्रीवास्तव
*** आप भी मुस्कुराइए ***
Chunnu Lal Gupta
दश्त में शह्र की बुनियाद नहीं रख सकता
Sarfaraz Ahmed Aasee
कई बार सोचती हूँ ,
Manisha Wandhare
बिन अनुभव कैसा विश्वास
Mahender Singh
24, *ईक्सवी- सदी*
Dr .Shweta sood 'Madhu'
गृहणी का बुद्ध
पूनम 'समर्थ' (आगाज ए दिल)
नटखट-चुलबुल चिड़िया।
Vedha Singh
जीने का हक़!
कविता झा ‘गीत’
बाल कविता: भालू की सगाई
Rajesh Kumar Arjun
माखन चौर
SZUBAIR KHAN KHAN
धन-संपदा थोड़ा कम भी हो,
Ajit Kumar "Karn"
॥ जीवन यात्रा मे आप किस गति से चल रहे है इसका अपना महत्व ह
Satya Prakash Sharma
शहर में आग लगी है उन्हें मालूम ही नहीं
VINOD CHAUHAN
..
*प्रणय*
दिखता नहीं है कुछ भी,
Dr fauzia Naseem shad
मायड़ भासा
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
"दूध में दरार"
राकेश चौरसिया
दो अपरिचित आत्माओं का मिलन
Shweta Soni
प्रतिभा
Rambali Mishra
नीलम शर्मा ✍️
Neelam Sharma
नेताओं सा हो गया उनका भी किरदार
RAMESH SHARMA
#विनम्रता
Radheshyam Khatik
ज़िंदगी का जंग
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
घर
Dr. Bharati Varma Bourai
- गहलोत अब तेरा क्या होगा -
bharat gehlot
बुंदेली दोहा-पीपर
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
इश्क का बाजार
Suraj Mehra
4535.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
जड़ें
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...