Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Sep 2024 · 1 min read

Where is God

I knew nothing
When I was a child
Where is God
I have listened
He is in the heaven
I accepted as they said

I know nothing
When I am younger
Where is God
I see everyone
Visiting holy places
To pray and serve Him

I’ll know nothing
When I will be older
Where is God
I talked myself
And concluded it
You’ll never see Him

Then why you waist your time
Be educated and be wiser

1 Like · 71 Views
Books from VINOD CHAUHAN
View all

You may also like these posts

खूब ठहाके लगा के बन्दे !
खूब ठहाके लगा के बन्दे !
Akash Yadav
एक दुआ दिल से
एक दुआ दिल से
MEENU SHARMA
-अपनो के घाव -
-अपनो के घाव -
bharat gehlot
इंतज़ार एक दस्तक की, उस दरवाजे को थी रहती, चौखट पर जिसकी धूल, बरसों की थी जमी हुई।
इंतज़ार एक दस्तक की, उस दरवाजे को थी रहती, चौखट पर जिसकी धूल, बरसों की थी जमी हुई।
Manisha Manjari
क्या वायदे क्या इरादे ,
क्या वायदे क्या इरादे ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
राम तेरी माया
राम तेरी माया
Swami Ganganiya
सजदा
सजदा
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
हाय 😭😭 यूट्यूब ने मेरे चैनल को डिलीट कर दिया😭😭🙏🙏 प्लीज मेरे
हाय 😭😭 यूट्यूब ने मेरे चैनल को डिलीट कर दिया😭😭🙏🙏 प्लीज मेरे
Rj Anand Prajapati
मेरी कलम से ✍️ अटूट सत्य : आत्मा की व्यथा
मेरी कलम से ✍️ अटूट सत्य : आत्मा की व्यथा
Sumita Mundhra
मत केश सँवारो
मत केश सँवारो
Shweta Soni
💖🌹 हिंदी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं 🌹💖
💖🌹 हिंदी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं 🌹💖
Neelofar Khan
मंजिल खुद अश्रु - सिक्त हुई ..
मंजिल खुद अश्रु - सिक्त हुई ..
Priya Maithil
* पावन धरा *
* पावन धरा *
surenderpal vaidya
चमकत चेहरा लजाई
चमकत चेहरा लजाई
राधेश्याम "रागी"
रिश्ते नातों के बोझ को उठाए फिरता हूॅ॑
रिश्ते नातों के बोझ को उठाए फिरता हूॅ॑
VINOD CHAUHAN
मैं अपनी कहानी कह लेता
मैं अपनी कहानी कह लेता
Arun Prasad
गीत-चले आओ
गीत-चले आओ
Yogmaya Sharma
"तलाश में क्या है?"
Dr. Kishan tandon kranti
रहस्य
रहस्य
Rambali Mishra
बापू- तेरी लाडली
बापू- तेरी लाडली
meenu yadav
जिंदगी बेहद रंगीन है और कुदरत का करिश्मा देखिए लोग भी रंग बद
जिंदगी बेहद रंगीन है और कुदरत का करिश्मा देखिए लोग भी रंग बद
Rekha khichi
#गहिरो_संदेश (#नेपाली_लघुकथा)
#गहिरो_संदेश (#नेपाली_लघुकथा)
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
दोहा पंचक. . . . . . ममता
दोहा पंचक. . . . . . ममता
sushil sarna
*मेरे मम्मी पापा*
*मेरे मम्मी पापा*
Dushyant Kumar
Farishte
Farishte
Sanjay ' शून्य'
कोख / मुसाफिर बैठा
कोख / मुसाफिर बैठा
Dr MusafiR BaithA
कल्पना के राम
कल्पना के राम
Sudhir srivastava
सबसे पहले वो मेरे नाम से जलता क्यों है।
सबसे पहले वो मेरे नाम से जलता क्यों है।
Phool gufran
*खजाने की गुप्त भाषा(कहानी)*
*खजाने की गुप्त भाषा(कहानी)*
Ravi Prakash
दीपक सरल के मुक्तक
दीपक सरल के मुक्तक
डॉ. दीपक बवेजा
Loading...