Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Jul 2024 · 2 min read

सब कुछ कह लेने के बाद भी कुछ बातें दफ़्न रह जाती हैं, सीने क

सब कुछ कह लेने के बाद भी कुछ बातें दफ़्न रह जाती हैं, सीने के अंधेरे में। अकेलेपन की आदत भीड़ का हिस्सा होने नहीं देती। दुनिया चलती रहती है, तुम रूके हो।
तुमसे कभी किसी ने कहा नहीं कि क्या ग़लत है और क्या सही। और सीखने की होड़ में जब तुम ग़लत हुए तो सबने तुमपर ऊँगलियाँ उठायीं। तुम जब नौंवी क्लास में बहुत अकेले हो गये थे, तब किसी ने तुम्हारे कांधे पर हाथ रखकर नहीं कहा था, “सब ठीक होगा।”
तुम्हारे आस-पास भी भीड़ थी। एक उम्र के मोड़ पर सबने तुम्हे अपनाया, तुम्हे वो जगह दी, जिसके हक़दार थे तुम। फिर अगले कुछ मोड़ पर सबने तुम्हे छोड़ दिया। एक-एक करके गये सब, वो भी जो तुम्हारे जाने की बात पर रो पड़ते थे।
तुम अब सब जानते हो। हार-जीत, उदासी, ग़म, वादा-कसमें, हँसी, तन्हाई… सब कुछ। तुमसे अब कोई कुछ नहीं कहता। कभी जो तुमसे वो लोग मिलते हैं जो तुम्हे छोड़ गये थे और तुम्हे यकीं दिलाना चाहते हैं कि वो अब भी तुम्हारे साथ हैं तो तुम हँस पड़ते हो।
उदासियों की रात अब फिर से तुम अकेले अमावस के आसमान में सितारे तकते हुए, खुद से बातें करते हो। क्योंकि तुम समझ चुके हो बहुत पहले ही कि सफ़र में तुम्हारे साथ सिर्फ तुम हो। काफ़िले झूठे हैं। तुम गुनगुनाते हो, कोई धीमी ग़ज़ल और रात के साथ सुबह का इंतजार करते हो
तुमने सीख लिया है, कि जीने का कोई तरीका नहीं होता। तुम जानते हो, अकेलापन बेहतर है, बेवजह की भीड़ से। तुम मुस्कुराकर आगे बढ़ जाते हो, भावुक बातों पर। क्योंकि तुम किसी से नहीं कह सकते कि तुम्हारी भावनायें अब निष्ठुरता में बदल चुकी हैं और तुम अब बेफिक्र हो, खुश हो अकेलेपन में… जैसे अकेला चाँद आसमान मे

158 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

हे प्रभु इतना देना की
हे प्रभु इतना देना की
विकास शुक्ल
प्रेम तुझे जा मुक्त किया
प्रेम तुझे जा मुक्त किया
Neelam Sharma
UPSC और तुम
UPSC और तुम
Shikha Mishra
*दो टूक बात*
*दो टूक बात*
pratibha Dwivedi urf muskan Sagar Madhya Pradesh
उदास धड़कन
उदास धड़कन
singh kunwar sarvendra vikram
वो इश्क जो कभी किसी ने न किया होगा
वो इश्क जो कभी किसी ने न किया होगा
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी "
..
..
*प्रणय प्रभात*
ग़ज़ल _ आइना न समझेगा , जिन्दगी की उलझन को !
ग़ज़ल _ आइना न समझेगा , जिन्दगी की उलझन को !
Neelofar Khan
Prastya...💐
Prastya...💐
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
उम्र बढ़ने के साथ हौसले और शौक में यदि वृद्धि यदि न हो तो फि
उम्र बढ़ने के साथ हौसले और शौक में यदि वृद्धि यदि न हो तो फि
Rj Anand Prajapati
अदावत
अदावत
Satish Srijan
इक चमन छोड़ आये वतन के लिए
इक चमन छोड़ आये वतन के लिए
Mahesh Tiwari 'Ayan'
- लोग दिखावे में मर रहे -
- लोग दिखावे में मर रहे -
bharat gehlot
नव रश्मियों में
नव रश्मियों में
surenderpal vaidya
सफल सारथी  अश्व की,
सफल सारथी अश्व की,
sushil sarna
सबरी के जूठे बेर चखे प्रभु ने उनका उद्धार किया।
सबरी के जूठे बेर चखे प्रभु ने उनका उद्धार किया।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
मैं भी कवि
मैं भी कवि
DR ARUN KUMAR SHASTRI
*प्रभु पाने की विधि सरल ,अंतर के पट खोल(कुंडलिया)*
*प्रभु पाने की विधि सरल ,अंतर के पट खोल(कुंडलिया)*
Ravi Prakash
आज हमको लगी खबर कुछ कुछ
आज हमको लगी खबर कुछ कुछ
नूरफातिमा खातून नूरी
"नव प्रवर्तन"
Dr. Kishan tandon kranti
डर नाहि लागो तोरा बाप से
डर नाहि लागो तोरा बाप से
श्रीहर्ष आचार्य
" मैं तो लिखता जाऊँगा "
DrLakshman Jha Parimal
सख्त लगता है
सख्त लगता है
देवेंद्र प्रताप वर्मा 'विनीत'
डाल-डाल तुम होकर आओ, पात-पात मैं आता हूँ।
डाल-डाल तुम होकर आओ, पात-पात मैं आता हूँ।
नंदलाल सिंह 'कांतिपति'
भक्ति गीत
भक्ति गीत
Arghyadeep Chakraborty
वो लड़की!
वो लड़की!
पूर्वार्थ
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
विषय-मन मेरा बावरा।
विषय-मन मेरा बावरा।
Priya princess panwar
मैंने उसे जुदा कर दिया
मैंने उसे जुदा कर दिया
Jyoti Roshni
आंखों में मुस्कान बसी है
आंखों में मुस्कान बसी है
Seema gupta,Alwar
Loading...