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5 Aug 2024 · 1 min read

“अजीब फ़ितरत”

“अजीब फ़ितरत”
आसान नहीं है कोई राह यहाँ पर,
ये जिन्दगी इम्तहानों का शहर है।
अजीब फ़ितरत जिन्दगी की ‘किशन’,
हर साँस के साथ उम्मीदें मगर है।

2 Likes · 2 Comments · 78 Views
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