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1 Aug 2024 · 1 min read

” बोझ “

” बोझ ”
जितने लोगों से मिला
सबके सिर पर बोझ थे
मैं सोचता रह गया
हाय ! यह कैसा संसार,
होगा कैसे लोगों का
इस बोझ से उद्धार।

2 Likes · 2 Comments · 114 Views
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