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22 Jul 2024 · 1 min read

"इश्क"

“इश्क”
इश्क नाजुक मिजाज है बेहद
अक्ल का बोझ उठा नहीं सकता।
अक्ल गर आ जाये सामने
तब वो तालमेल बिठा नहीं सकता।

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