निंद भी उड़ जाती है …
निंद भी उड़ जाती है …
दिलों के महफ़िल में../
किसी को भूल कर सौ जाना…
इतना आसान कहाँ…../.
विशाल प्रजापति
निंद भी उड़ जाती है …
दिलों के महफ़िल में../
किसी को भूल कर सौ जाना…
इतना आसान कहाँ…../.
विशाल प्रजापति