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11 Sep 2022 · 1 min read

धोखे बाज निकली

तूफा इतनी उठी की समेट नही पाए हम
वो इतने धोखाबाज निकलेगी कभी सोच नही पाए हम
लाल लाल शराबी जैसे आंखे
अंशु इतने निकले की पोंछ नही पाए हम

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