*व्याख्यान : मोदी जी के 20 वर्ष*
#रचनाकार:- राधेश्याम खटीक
लोककवि रामचरन गुप्त के पूर्व में चीन-पाकिस्तान से भारत के हुए युद्ध के दौरान रचे गये युद्ध-गीत
Happy woman's day ही क्यूं happy man's day क्यूं नहीं
"आंखों के पानी से हार जाता हूँ ll
पनघट के पत्थर
डॉ राजेंद्र सिंह स्वच्छंद
सर्वप्रथम पिया से रँग लगवाउंगी
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
लेखन की पंक्ति - पंक्ति राष्ट्र जागरण के नाम,
Anamika Tiwari 'annpurna '
एक गरीब व्यक्ति यदि आने वाले भविष्य के बारे में सोचेगा तो वह
शीर्षक :वीर हो (उल्लाला छंद)
गया अगर विष पेट में, मरे आदमी एक ।
जिसके हृदय में जीवों के प्रति दया है,
ढूँढ़ रहे शमशान यहाँ, मृतदेह पड़ा भरपूर मुरारी