Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Jul 2024 · 3 min read

लड़की अपने बॉयफ्रेंड से पूछती है

लड़की अपने बॉयफ्रेंड से पूछती है

• अच्छा किसी दूसरे लड़के से मेरी शादी हो जाए तो तुम क्या करोगे लड़का – तुम्हें भूल जाऊंगा (लड़के ने बहुत छोटा सा जवाब दिया) ये सुनकर लड़की गुस्से में दूसरी तरफ घूम कर बैठ गई फिर लड़के ने कहा – सबसे बड़ी बात कि तुम मुझे भूल जाओगी जितना जल्दी मैं तुम्हें भुला सकूंगा उससे ज्यादा जल्दी तुम मुझे भुला दोगी ! कैसे? लड़की ने पूछा

लड़के ने बोलना शुरू किया “सोचो शादी का पहला दिन है तुम एक तरह के घर में हो शरीर पर जेवर चेहरे पर मेक अप चारों तरफ कैमरे का फ्लैश और लोगों की भीड़ जहां तुम मुझे चाह कर भी याद नहीं कर सकती !

“और मैं तुम्हारी शादी की खबर सुनकर दोस्तों के साथ कुछ

उटपटांग पी कर किसी कोने में पड़ा रहूंगा और फिर जब मुझे होश

आएगा तब मैं तुम्हें धोखेबाज बेवफा बोलकर गाली दूंगा ! ”

“फिर जब तुम्हारी याद आएगी तो दोस्त के कंधे पे सरकार रख के रो लूंगा ! ” शादी के बाद तुम्हारा बिजी टाइम शुरू फिर तुम अपने पति और

हजार तरह के रस्मों को निभाने में बिजी रहोगी. फिर कभी कभी तुम्हें मेरी याद आएगी जब तुम अपने पति का हाथ पकड़ोगी उसके साथ बाइक पर बैठोगी!

“और मैं आवारा की तरह इधर उधर घूमता रहूंगा जैसे जिंदगी का कोई मकसद ही नहीं और अपने दोस्तों को समझाऊंगा कि “कभी प्यार मत करना कुछ नहीं मिलता जिंदगी खतम हो जाती है प्यार के चक्कर में

कुछ वक्त बाद तुम पति के साथ हनीमून पर जाओगी नया घर होगा शॉपिंग होगी नयी जिम्मेदारियां

अब तुम बहुत खुश हो अचानक तुम्हें मेरी याद आएगी और तुम

सोचोगी. “पता नहीं किस हाल में होगा और मेरी खुशी की दुआ मांगते हुए वापस अपने परिवार में बिजी हो जाओगी !

मैं अब तक मम्मी पापा भाई या फिर दोस्तों से डांट सुन सुन कर लगभग सुधर गया हूं सोच लिया अब कोई काम करना है एक अच्छी सी लड़की से शादी करके तुम्हें भी दिखा देना है और सबको यही बोलूंगा कि भुला दिया है मैंने तुम्हें लेकिन तब भी मैं तुम्हारे मैसेजेस को आधी रात को निकाल कर पढूंगा और सोचूंगा शायद मेरे प्यार में ही कमी थी जो तुम्हें न पा सका फिर अपनी तकलीफ
को कम करने की कोशिश करूंगा 2 साल बाद अब तुम कोई प्रेमिका या नई दुल्हन नहीं रही अब तुम #मां बन चुकी हो पुराने आशिक की याद और पति के प्यार को छोड़कर तुम अपने बच्चे के लिए सोचोगी अब तुम अपने बच्चे के साथ बिजी रहोगी मतलब अब तक मैं तुम्हारी जिंदगी से परमानेन्टली डिलीट हो चुका हूं

इधर मुझे भी एक अच्छा काम मिल गया है शादी की बात चल रही है और लड़की भी पसंद हो गई है अब मेरा बिजी टाइम शुरू हो गया अब मैं तुम्हें सचमुच भूल गया हूं अगर किसी जोड़ी को देखता हूं तो तुम्हारी याद आती है लेकिन अब तकलीफ नहीं होती…

यहां तक सुनने के बाद लड़के ने देखा लड़की की आंख में आंसू छलक रहे हैं लड़की भरी आंखों से लड़के की तरफ देखती है दोनों बिल्कुल चुप हैं पर आंखे बरस रही हैं थोड़ी देर बाद लड़की -“तो क्या सब कुछ यहीं खतम हो जाएगा? लड़का -“नहीं.! किसी बात जब तुम रूठ जाओगी अपने पति से किसी बात पर लेकिन तुम्हारे पति आराम से सो रहे होंगे पर उस रात तुम्हारी आंखों में नींद नहीं होगी और इधर मैं भी अपनी पत्नी से किसी बात पर खफा होकर तुम्हारी तरह जागूंगा. पूरी दुनिया सो रही होगी सिर्फ हम दोनों के अलावा फिर हम अपने अतीत को याद करके खूब रोएंगे. एक दूसरे को बहुत महसूस करेंगे लेकिन इस बात का भगवान के अलावा और किसी को पता नहीं चलेगा ।
….. स्वाति…..✒️✒️✒️

162 Views

You may also like these posts

सर्दी पर दोहे
सर्दी पर दोहे
Dr Archana Gupta
" कश्ती रूठ गई है मुझसे अब किनारे का क्या
डॉ कुलदीपसिंह सिसोदिया कुंदन
#राम_भला_कब_दूर_हुए_है?
#राम_भला_कब_दूर_हुए_है?
संजीव शुक्ल 'सचिन'
दायरा इंसानियत का ..
दायरा इंसानियत का ..
ओनिका सेतिया 'अनु '
" नशा "
Dr. Kishan tandon kranti
भेज भी दो
भेज भी दो
हिमांशु Kulshrestha
ज़िन्दगी,
ज़िन्दगी,
Santosh Shrivastava
2824. *पूर्णिका*
2824. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
SHBET
SHBET
Shbet
जवाला
जवाला
भरत कुमार सोलंकी
हिना (मेहंदी)( फाल्गुन गीत)
हिना (मेहंदी)( फाल्गुन गीत)
Dr. P.C. Bisen
अलगाव
अलगाव
अखिलेश 'अखिल'
ललित
ललित
ललकार भारद्वाज
सोच रहा हूं
सोच रहा हूं
कृष्णकांत गुर्जर
International plastic bag free day
International plastic bag free day
Tushar Jagawat
हर सफर आसान होने लगता है
हर सफर आसान होने लगता है
Chitra Bisht
"मित्रता प्रस्ताव
*प्रणय*
कुआँ
कुआँ
Dr. Vaishali Verma
वो मुज़्दा भी एक नया ख़्वाब दिखाती है,
वो मुज़्दा भी एक नया ख़्वाब दिखाती है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
चलो   बहें   सनातनी  सुपंथ  के  बयार  में।
चलो बहें सनातनी सुपंथ के बयार में।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
सिया स्वयंवर
सिया स्वयंवर
Jalaj Dwivedi
ममता
ममता
PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य )
जीवन में
जीवन में
ओंकार मिश्र
दर्द देते हैं वो रिश्ते जो भेंट चढ़ जाते हैं अहम की, जहाँ एह
दर्द देते हैं वो रिश्ते जो भेंट चढ़ जाते हैं अहम की, जहाँ एह
Dr fauzia Naseem shad
दोहा पंचक. . . नैन
दोहा पंचक. . . नैन
sushil sarna
अधिक हर्ष और अधिक उन्नति के बाद ही अधिक दुख और पतन की बारी आ
अधिक हर्ष और अधिक उन्नति के बाद ही अधिक दुख और पतन की बारी आ
पूर्वार्थ
संत
संत
पंकज पाण्डेय सावर्ण्य
प्यार
प्यार
Ashok deep
*दादू के पत्र*
*दादू के पत्र*
Ravi Prakash
सागर ने जब जब हैं  हद तोड़ी,
सागर ने जब जब हैं हद तोड़ी,
Ashwini sharma
Loading...