एक सवाल जिंदगी से…(सयाली छंद)
जिंदगी
तुम समझाती
अक्सर संघर्षों से
मत घबराना
तुम
एक
सवाल तुमसे
धीरज ,प्यार ,प्रतीक्षा
से और
चाहिए
कितना
चाहिए तुमको
पतझड़ मेरे लिए
बसंत बनाने
में..
जिंदगी
तुम समझाती
अक्सर संघर्षों से
मत घबराना
तुम
एक
सवाल तुमसे
धीरज ,प्यार ,प्रतीक्षा
से और
चाहिए
कितना
चाहिए तुमको
पतझड़ मेरे लिए
बसंत बनाने
में..