श्याम पर्दा लगा दो करेंगे बतियॉ
शीर्षक - मेरा भाग्य और कुदरत के रंग
सत्य
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
रूखसत ए वक़्त में हँसते हुए जाते देखा
कविता - "करवा चौथ का उपहार"
ज़माने से मिलकर ज़माने की सहुलियत में
Janmashtami – Celebration of Lord Krishna’s Birth
दर-बदर की ठोकरें जिन्को दिखातीं राह हैं
राम की शक्ति पूजा -निर्मेष की दृष्टि से
जी, वैसे तो मैं हद से भी बेकार हूँ
कई महीने साल गुजर जाते आँखों मे नींद नही होती,
*सुख-दुख में जीवन-भर साथी, कहलाते पति-पत्नी हैं【हिंदी गजल/गी
आज ज़माना चांद पर पांव रख आया है ,
B52 - Nơi giải trí hàng đầu, thách thức mọi giới hạn với nhữ
When I was a child.........
लोग मेरे इरादों को नहीं पहचान पाते।