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1 Jul 2024 · 1 min read

तलवारें निकली है तो फिर चल जाने दो।

तलवारें निकली है तो फिर चल जाने दो।
पीर हृदय की जो बढ़ जाय पिघल जाने दो।।
ऐसा सूरज दे न सके जो हमें उजाला।
ऐसे सूरज को “कश्यप” अब ढल जाने दो।।
“कश्यप”

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