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29 May 2024 · 1 min read

कविता

शब्द
अनन्य भावों का बोध कराते
प्रथक प्रथक स्थान लिए
स्मृति पटल पर अंकित हो जाते हैं |
यही शब्द संचित होकर
विचार बन जाते हैं
विचार होते हैं कभी महत्वपूर्ण इतने
कि उनसे विस्मृत नहीं हुआ जाता
और यही विस्मृति रहित विचार
देते हैं जन्म एक स्मृति को और …
स्मृति कहलाते हैं |
एकाकीपन में यह स्मृति भी
उथल पुथल करती है
मन मस्तिष्क में और …
अंततः मस्तिष्क होता है पराजित
जीत जाती है स्मृति |
मुक्त स्मृति करती है सफर
मस्तिष्क से कलम तक का
और बनाती है एक अपूर्व रचना
जिसे कहते हैं कविता |

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