एक स्त्री का किसी पुरुष के साथ, सरल, सहज और सुरक्षित अनुभव क
एक स्त्री का किसी पुरुष के साथ, सरल, सहज और सुरक्षित अनुभव करना पुरुषत्व का पर्याय है….
जबकि एक पुरुष का किसी श्री के साथ, बेह, समन्वय और समर्पण अनुभव करना, खीत्व का पर्याय है..!!
और इन दोनो का बचे रहना सृष्टि में प्रेम का पर्याय है..!!
आज के स्त्री और पुरुष में वो सहजता ओर समबलता
का भाव रहा नहीं। आज कल प्रेम और रिश्ते जितना उत्सुकता ओर विश्वास से बन रहे है उससे ज्यादा। निशक्तता ओर बेहूदगी से वही प्रेम और रिश्ते का अंत। पुरुष और महिला समाज में तमाशा बनाते ओर अपमान करते हुए कर रहे है।