गीत-मैं नारी हूँ । (तपतेश कुमार मेवाल)

कोमल हूँ कमजोर नहीं, मेरी अग्नि परीक्षा जारी है।
आज बनी हूँ युग की निर्माता, मुश्किल मुझसे हारी है ||
1 मै नारी हूँ मै शक्ति हूँ, मैं दुर्गा की अवतारी हूँ… (Rap)
जो नाश करे रैजनीचर का, मैं वही आग चिंगारी हूँ… मै नारी हूँ
2 मै आदि शक्ति जगदम्बा हूँ, मैं जगजननी और रंभा हूँ।
मैं उगते सूरज की लाली हूँ, मै रणचंडी और काली हूँ… मै नारी हूँ
3 कभी अग्नि परीक्षा देती हूँ सारे दुःख हँसके सहती हूँ।
मैं डरती नहीं चट्टानों से, कल कल नदिया सी बहती हूँ… मै नारी हूँ
4 मै कविता और कहानी हूँ, शब्दों की अमिट निशानी हूँ।
मैं भक्ति हूँ आसक्ति हूँ, मैं त्यागी और बलिदानी हूँ… मै नारी हूँ
5 मै वेद कुरान और गीता हूँ मैं ही सावित्री और सीता हूँ।
मै ही बेटी हूँ और माता हूँ, मैं सबकी भाग्य विधाता हूँ… मै नारी हूँ