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विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
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23 Apr 2024 · 1 min read
लेकर सांस उधार
मरी हुई संवेदना, साधे शर उर पार।
भाव बेचारे सिसकें, लेकर सांस उधार।।
Competition:
"संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता
Language:
Hindi
Tag:
दोहा
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· 145 Views
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