Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 May 2024 · 1 min read

कागज़ से बातें

कागज़ से बातें

जब ओ पास थे, कदर न जानी।
अब धीरे-धीरे वो, लुफ्त हो जाते हैं ।।

उठते-बैठते, दिन रात है बेचैनी।
खुद से खुद, कुछ कहते रहते हैं ।।

हर वक्त है, याद जुबानी।
अंधेरे में ज्यादा, रहते जाते है।।

सोचे हर लम्हा, बीते पलों की कहानी।
खुदबखुद आंसु बहते रहते हैं ।।

ओ सारी गुजरी हुई, बिती कहानी।
लिख लिख कर, कागजों से बाते करते हैं।।

स्वरचित मौलिक – कृष्णा वाघमारे, जालना, महाराष्ट्र.

Language: Hindi
172 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
View all

You may also like these posts

4342.*पूर्णिका*
4342.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
रहती जिनके सोच में, निंदा बदबूदार .
रहती जिनके सोच में, निंदा बदबूदार .
RAMESH SHARMA
हारा हूँ कई बार, फिसला हूँ राहों में,
हारा हूँ कई बार, फिसला हूँ राहों में,
पूर्वार्थ
नहीं, अब नहीं,-----------मैं
नहीं, अब नहीं,-----------मैं
gurudeenverma198
लग़ज़िशें दिल ये कर नहीं सकता,
लग़ज़िशें दिल ये कर नहीं सकता,
Dr fauzia Naseem shad
उठ कबीरा
उठ कबीरा
Shekhar Chandra Mitra
प्यार
प्यार
विशाल शुक्ल
कभी कभी इंसान बहुत खुशी दिखाता है
कभी कभी इंसान बहुत खुशी दिखाता है
Mamta Rani
"राम की भूमि "
DrLakshman Jha Parimal
इश्क़ में ज़हर की ज़रूरत नहीं है बे यारा,
इश्क़ में ज़हर की ज़रूरत नहीं है बे यारा,
शेखर सिंह
*पानी केरा बुदबुदा*
*पानी केरा बुदबुदा*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
नारी
नारी
Rambali Mishra
क्या ख़ाक खुशी मिलती है मतलबी ज़माने से,
क्या ख़ाक खुशी मिलती है मतलबी ज़माने से,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मरने के बाद भी ठगे जाते हैं साफ दामन वाले
मरने के बाद भी ठगे जाते हैं साफ दामन वाले
Sandeep Kumar
डॉ अरूण कुमार शास्त्री एक अबोध बालक अरूण अतृप्त
डॉ अरूण कुमार शास्त्री एक अबोध बालक अरूण अतृप्त
aestheticwednessday
बहते रहो सदा
बहते रहो सदा
Anurag Anjaan
जीवन का हिसाब
जीवन का हिसाब
Indu Singh
इस साल जिंदगी ने अजीब तमाशा बनाया।
इस साल जिंदगी ने अजीब तमाशा बनाया।
Phool gufran
*परिमल पंचपदी--- नवीन विधा*
*परिमल पंचपदी--- नवीन विधा*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
फूल या कांटे
फूल या कांटे
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
🙅आज का दोहा🙅
🙅आज का दोहा🙅
*प्रणय प्रभात*
1B_ वक्त की ही बात है
1B_ वक्त की ही बात है
Kshma Urmila
लिवाज
लिवाज
उमेश बैरवा
sp28 बिना बुलाए कहीं न जाना
sp28 बिना बुलाए कहीं न जाना
Manoj Shrivastava
गीत अभी तक ज़िंदा है (गीत )
गीत अभी तक ज़िंदा है (गीत )
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
ओढ़ कर पन्नी की चादर सो गया ग़रीब सर्दी में ,
ओढ़ कर पन्नी की चादर सो गया ग़रीब सर्दी में ,
Neelofar Khan
ہر طرف رنج ہے، آلام ہے، تنہائی ہے
ہر طرف رنج ہے، آلام ہے، تنہائی ہے
अरशद रसूल बदायूंनी
मैंने देखा है   ....
मैंने देखा है ....
sushil sarna
$ग़ज़ल
$ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
"कुछ लोग हैं"
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...