Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Feb 2024 · 1 min read

HOW MANY TIME , ONE GETS UP AND WALK AGAIN.

If you have made mistakes, there is always another chance for you. You may have a fresh start any moment you choose, for this thing we call “failure” is not the falling down, but the staying down.”

I always perceive “mistake” as MISS ( an appropriate )TAKE , and get ready for another TAKE , and FaiLURE , has always Lured to aspire to achieve. Thanks again for such support and reminders for all friends here , you actually “THINK HUMAN”.

As said .. “It does not matter HOW MANY TIMES ONE FALLS – what matters is HOW MANY TIME , ONE GETS UP AND WALK AGAIN.

Language: English
84 Views
Books from Atul "Krishn"
View all

You may also like these posts

एक साक्षात्कार - चाँद के साथ
एक साक्षात्कार - चाँद के साथ
Atul "Krishn"
उनसे कहना वह तो तुम थे ...
उनसे कहना वह तो तुम थे ...
Vishal Prajapati
वीर तुम बढ़े चलो...
वीर तुम बढ़े चलो...
आर एस आघात
परिंदे अपने बच्चों को, मगर उड़ना सिखाते हैं( हिंदी गजल)
परिंदे अपने बच्चों को, मगर उड़ना सिखाते हैं( हिंदी गजल)
Ravi Prakash
इसलिए कठिनाईयों का खल मुझे न छल रहा।
इसलिए कठिनाईयों का खल मुझे न छल रहा।
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
आज कहानी कुछ और होती...
आज कहानी कुछ और होती...
NAVNEET SINGH
अपने होने की
अपने होने की
Dr fauzia Naseem shad
खोटा सिक्का....!?!
खोटा सिक्का....!?!
singh kunwar sarvendra vikram
* आए राम हैं *
* आए राम हैं *
surenderpal vaidya
दोहा सप्तक. . . . हिन्दी
दोहा सप्तक. . . . हिन्दी
sushil sarna
#मणियाँ
#मणियाँ
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
मई दिवस
मई दिवस
Neeraj Agarwal
महाभारत का युद्ध
महाभारत का युद्ध
SURYA PRAKASH SHARMA
रिश्तों की भूख
रिश्तों की भूख
Seema Verma
और भी कितने...
और भी कितने...
ललकार भारद्वाज
दोस्ती
दोस्ती
Mansi Kadam
🙅प्राइवेसी के तक़ाज़े🙅
🙅प्राइवेसी के तक़ाज़े🙅
*प्रणय*
संवादरहित मित्रता, मूक समाज और व्यथा पीड़ित नारी में परिवर्तन
संवादरहित मित्रता, मूक समाज और व्यथा पीड़ित नारी में परिवर्तन
DrLakshman Jha Parimal
बदलाव जरूरी है
बदलाव जरूरी है
Surinder blackpen
प्रेम और पुष्प, होता है सो होता है, जिस तरह पुष्प को जहां भी
प्रेम और पुष्प, होता है सो होता है, जिस तरह पुष्प को जहां भी
Sanjay ' शून्य'
आँखों मे नये रंग लगा कर तो देखिए
आँखों मे नये रंग लगा कर तो देखिए
MEENU SHARMA
ज़हनी मौत
ज़हनी मौत
Shekhar Chandra Mitra
"समाज की सबसे बड़ी समस्या यह है कि लोग बदलना चाहते हैं,
Sonam Puneet Dubey
पल में तोला, पल में माशा
पल में तोला, पल में माशा
Acharya Shilak Ram
4074.💐 *पूर्णिका* 💐
4074.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
श्याम रुप छवि
श्याम रुप छवि
Sonu sugandh
मेरे लहज़े मे जी हजूर ना होता
मेरे लहज़े मे जी हजूर ना होता
Ram Krishan Rastogi
आते जाते रोज़, ख़ूँ-रेज़ी हादसे ही हादसे
आते जाते रोज़, ख़ूँ-रेज़ी हादसे ही हादसे
Shreedhar
ग्रीष्म ऋतु
ग्रीष्म ऋतु
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
कुछ पाने के लिए कुछ ना कुछ खोना पड़ता है,
कुछ पाने के लिए कुछ ना कुछ खोना पड़ता है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
Loading...