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28 May 2024 · 1 min read

सच्चा आनंद

कोई जाकर उससे पूछे
सच्चा आनंद क्या होता है
जिसने दिन भर काम किया है
कड़ी धूप में काम किया है
खेत जोते पत्थर तोड़े।
पल भर न विश्राम किया है।
दोपहर के भोजन में जो
रूखी सूखी रोटी खाकर
सुस्ताने हेतु बिना बिछोने सोया है
पल भर में ही नींद लगी और
सुख के सपनों में खोया है
सच्चा आनंद है यही जीवन का
परिश्रम से जो मिलता है।

-विष्णु प्रसाद ‘पाँचोटिया’

Language: Hindi
1 Like · 87 Views

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