Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 May 2024 · 1 min read

दान और कोरोना काल

विपदा की घड़ी है,
देश पर आपदा आन पड़ी है।

आर्थिक मंदी का दौर,
कहीं ओर ना छोर।

सरकार के संसाधन कम पड़ रहे,
जन जन जी जान से लड़ रहे।

सरकार दान की जन जन से अपील कर रही है,
दान के सहारे सहायता का दम भर रही है।

वेतन पेन्शन में कटौती कर धन का उपयोग,
विकास राशि रोक जनता का सहयोग।

काटे जाने पर पेन्शन और वेतन,
जन जन में उभरता ये चिंतन।

नेताओं का निजी दान कहीं नहीं झलकता,
सरकारी धन को अपना दान कहना अच्छा नहीं लगता।

काले धन वालों का क्यों सहयोग नहीं,
सरकार द्वारा भी उसका कोई उपयोग नहीं।

क्या काला धन घोर काला है नज़र नहीं आता है,
घोर अंधकार में जैसे पूर्णरूप से खो जाता है।

आपस में अपना सहयोग आप करो,
रल मिल कर इस अंधेरे कालखंड को पार करो।

अंधेरी रात के उस पार प्रकाश है,
इस अंधेरे को चीरने का ही हमारा प्रयास है।

99 Views
Books from Khajan Singh Nain
View all

You may also like these posts

*25_दिसंबर_1982: : प्रथम पुस्तक
*25_दिसंबर_1982: : प्रथम पुस्तक "ट्रस्टीशिप-विचार" का विमोचन
Ravi Prakash
परेड में पीछे मुड़ बोलते ही,
परेड में पीछे मुड़ बोलते ही,
नेताम आर सी
अब भी टाइम बचा बहुत है
अब भी टाइम बचा बहुत है
Kaushlendra Singh Lodhi Kaushal
प्रेम की भाषा
प्रेम की भाषा
Kanchan Alok Malu
42...Mutdaarik musamman saalim
42...Mutdaarik musamman saalim
sushil yadav
*🌸बाजार *🌸
*🌸बाजार *🌸
Mahima shukla
एक दोस्त ने कहा था
एक दोस्त ने कहा था
Mahesh Tiwari 'Ayan'
ञ'पर क्या लिखूं
ञ'पर क्या लिखूं
Satish Srijan
मुक़म्मल तो नहीं कोई बड़ा नादान समझे जो
मुक़म्मल तो नहीं कोई बड़ा नादान समझे जो
आर.एस. 'प्रीतम'
तेरा इश्क मेरे दिल की दवा है।
तेरा इश्क मेरे दिल की दवा है।
Rj Anand Prajapati
कष्ट भरा यह सारा जीवन
कष्ट भरा यह सारा जीवन
Rambali Mishra
पैसे कमाने के लिए लोग नीचे तक गिर जाते हैं,
पैसे कमाने के लिए लोग नीचे तक गिर जाते हैं,
Ajit Kumar "Karn"
हम और तुम
हम और तुम
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
हाइकु - 1
हाइकु - 1
Sandeep Pande
*Bountiful Nature*
*Bountiful Nature*
Veneeta Narula
भोला-भाला गुड्डा
भोला-भाला गुड्डा
Kanchan Khanna
चीर हरण
चीर हरण
Dr.Pratibha Prakash
महबूब
महबूब
Prithvi Singh Beniwal Bishnoi
*परिमल पंचपदी--- नवीन विधा*
*परिमल पंचपदी--- नवीन विधा*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
मै कमजोर नहीं
मै कमजोर नहीं
Shutisha Rajput
🙅संक्षिप्त समीक्षा🙅
🙅संक्षिप्त समीक्षा🙅
*प्रणय*
तुम खुशी हो मेरे लबों की
तुम खुशी हो मेरे लबों की
gurudeenverma198
हर दिल गया जब इस क़दर गुनहगार हो
हर दिल गया जब इस क़दर गुनहगार हो
Ahtesham Ahmad
सच्ची कविता
सच्ची कविता
PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य )
दुनिया में कहे खातिर बहुते इयार
दुनिया में कहे खातिर बहुते इयार
आकाश महेशपुरी
24/248. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
24/248. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
उम्र न जाने किन गलियों से गुजरी कुछ ख़्वाब मुकम्मल हुए कुछ उन
उम्र न जाने किन गलियों से गुजरी कुछ ख़्वाब मुकम्मल हुए कुछ उन
पूर्वार्थ
"शीशा और रिश्ता बड़े ही नाजुक होते हैं
शेखर सिंह
बुंदेली दोहे- नतैत (रिश्तेदार)
बुंदेली दोहे- नतैत (रिश्तेदार)
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
Zindagi mai mushkilo ka aana part of life hai aur unme sai h
Zindagi mai mushkilo ka aana part of life hai aur unme sai h
Sneha Singh
Loading...