Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 May 2020 · 1 min read

मां जो है तो है जग सारा

जिसने जन्मा है यह काया,
जिसकी निर्मल कोमल छाया।
याद करूँ मैं तुमको माता,
तुम ही मेरी भाग्य विधाता।

जिसने है यह जग दिखलाया,
खुद ही रो कर हमें हँसाया।
फिर भी वो दुत्कारी जाती,
जिसकी गाथा दुनिया गाती।

बस एक दिन ही दिवस मनाते,
छोड़ उसे वृद्धशाला आते।
फिर भी गीत लाल के गाती,
चीर चुका जो उसकी छाती।

जिसकी ममता की छाया में,
पला बढ़ा जिसकी काया में।
आज वही क्यों ठोकर खाए,
मान यथोचित क्यों ना पाए।

माता की महिमा को मानो,
मन की निर्मलता पहचानो।
पाओगे ना फिर से माता,
टूट गया जो उससे नाता।

सोचो क्या जग कहेगा सारा,
कहा था जिसने राजदुलारा।
उसको ही अपमानित करते,
डूब कहीं क्यों ना तुम मरते।

आज अभी तुम कसम ये खाओ,
जाओ तुम वृद्धशाला जाओ।
तोड़ दो जग के सब वृद्धशाला,
लगा दो जग के मुँह पर ताला।

अब कोई माता ना रोए,
ना बर्तन ना कपड़ा धोए।
भोग रहे हो जिसकी थाती,
मत चीरो तुम उसकी छाती।

रोज जटा बस यही विचारे,
रहे मात निज पूत दुआरे।
माता से मत करो किनारा,
मां जो है तो है जग सारा।

जटाशंकर”जटा”
१०-०५-२०२०
मातृदिवस विशेष

Language: Hindi
4 Likes · 666 Views

You may also like these posts

अंदाज़
अंदाज़
Ragini Kumari
कवि/लेखक- दुष्यन्त कुमार (सम्पूर्ण साहित्यिक परिचय)
कवि/लेखक- दुष्यन्त कुमार (सम्पूर्ण साहित्यिक परिचय)
Dushyant Kumar
"असली-नकली"
Dr. Kishan tandon kranti
तेरा मुझे याद करना मेरी हिचकियों का ना थमना -
तेरा मुझे याद करना मेरी हिचकियों का ना थमना -
bharat gehlot
सांकल
सांकल
Dr.Priya Soni Khare
यादों के साये...
यादों के साये...
Manisha Wandhare
3602.💐 *पूर्णिका* 💐
3602.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
क्या मंद मंद मुस्कराते हो
क्या मंद मंद मुस्कराते हो
अनिल "आदर्श"
भगवान शिव शंभू की स्तुति
भगवान शिव शंभू की स्तुति
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
अच्छी यादें सम्भाल कर रखा कीजिए
अच्छी यादें सम्भाल कर रखा कीजिए
नूरफातिमा खातून नूरी
"नाम तेरा होगा "
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी "
तुमको सोचकर जवाब दूंगा
तुमको सोचकर जवाब दूंगा
gurudeenverma198
झगड़ा
झगड़ा
Rambali Mishra
न‌ वो बेवफ़ा, न हम बेवफ़ा-
न‌ वो बेवफ़ा, न हम बेवफ़ा-
Shreedhar
यू तो गुल-ए-गुलशन में सभी,
यू तो गुल-ए-गुलशन में सभी,
TAMANNA BILASPURI
बचपन
बचपन
Shyam Sundar Subramanian
ख़ाइफ़ है क्यों फ़स्ले बहारांँ, मैं भी सोचूँ तू भी सोच
ख़ाइफ़ है क्यों फ़स्ले बहारांँ, मैं भी सोचूँ तू भी सोच
Sarfaraz Ahmed Aasee
*फिर उठोगे*
*फिर उठोगे*
Dr. Vaishali Verma
कोई जोखिम नहीं, कोई महिमा नहीं
कोई जोखिम नहीं, कोई महिमा नहीं"
पूर्वार्थ
बीती बिसरी
बीती बिसरी
Dr. Rajeev Jain
आजकल किन किन बातों का गम है
आजकल किन किन बातों का गम है
Ram Krishan Rastogi
बना कावड पिताजी मैं तुम्हें
बना कावड पिताजी मैं तुम्हें
Baldev Chauhan
राजस्थानी भाषा में
राजस्थानी भाषा में
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
रास्ते का फूल ना बन पाई तो..
रास्ते का फूल ना बन पाई तो..
Priya Maithil
ಒಂದೇ ಆಸೆ....
ಒಂದೇ ಆಸೆ....
ಗೀಚಕಿ
गोलियों की चल रही बौछार देखो।
गोलियों की चल रही बौछार देखो।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
मन
मन
Uttirna Dhar
इंकलाब जिंदाबाद
इंकलाब जिंदाबाद
Khajan Singh Nain
#सुप्रभातम।
#सुप्रभातम।
*प्रणय*
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
Loading...