Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 May 2024 · 1 min read

*आत्म-विश्वास*

” खुद पर हो अगर विश्वास
तो एक दिन मंजिल खुद चल कर आएगी तेरे पास
खुद पर बस गुमान नहीं
भरोसा करना तू
किसी की उपेक्षा भरी निगाहों से
कभी न डरना तू
चाहे लाख काँटे भरे
जमाना तेरी राहों में
उन्हें फूल समझ कर
हरदम चलना तू
आँधियां चले या
लोग तुझ पर जी भर कर हँसे
इन सब बातों पर जरा भी ध्यान ना देना तू
विश्वास खुद पर रखना
यह बहुत बड़ी पूँजी
बस इस आत्म-विश्वास को
जिंदगी में कभी न खोना तू”

Language: Hindi
85 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Vaishaligoel
View all

You may also like these posts

फागुन आयो रे
फागुन आयो रे
विक्रम सिंह
तुम कहो तो कुछ लिखूं!
तुम कहो तो कुछ लिखूं!
विकास सैनी The Poet
वक्त वक्त की बात है,
वक्त वक्त की बात है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
ये एहतराम था मेरा कि उसकी महफ़िल में
ये एहतराम था मेरा कि उसकी महफ़िल में
Shweta Soni
श्री राम‌
श्री राम‌
Mahesh Jain 'Jyoti'
बुन्देली दोहा - ऊदम
बुन्देली दोहा - ऊदम
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
🌺🌻 *गुरु चरणों की धूल*🌻🌺
🌺🌻 *गुरु चरणों की धूल*🌻🌺
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
यह दशहरा चलो श्रीराम से करे हम प्रार्थना!!! और मांगे दस वरदा
यह दशहरा चलो श्रीराम से करे हम प्रार्थना!!! और मांगे दस वरदा
पूर्वार्थ
में स्वयं
में स्वयं
PRATIK JANGID
!! पर्यावरण !!
!! पर्यावरण !!
Chunnu Lal Gupta
फ़लसफ़े - दीपक नीलपदम्
फ़लसफ़े - दीपक नीलपदम्
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
*बेटियॉं जब से कमाने लग गईं (हिंदी गजल/ गीतिका)*
*बेटियॉं जब से कमाने लग गईं (हिंदी गजल/ गीतिका)*
Ravi Prakash
अगर हो दिल में प्रीत तो,
अगर हो दिल में प्रीत तो,
Priya princess panwar
अबला सबला हो गई,
अबला सबला हो गई,
sushil sarna
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
तुम्हारा
तुम्हारा
Deepesh Dwivedi
छंद: हरिगीतिका : इस आवरण को फोड़कर।
छंद: हरिगीतिका : इस आवरण को फोड़कर।
Ashwani Kumar
लाज़िम है
लाज़िम है
Priya Maithil
"आज मैं काम पे नई आएगी। खाने-पीने का ही नई झाड़ू-पोंछे, बर्तन
*प्रणय प्रभात*
माँ (Maa)
माँ (Maa)
Indu Singh
सत्तावन की क्रांति का ‘ एक और मंगल पांडेय ’
सत्तावन की क्रांति का ‘ एक और मंगल पांडेय ’
कवि रमेशराज
मोर मुकुट संग होली
मोर मुकुट संग होली
Dinesh Kumar Gangwar
" फरेबी "
Dr. Kishan tandon kranti
क्या तुम मेरी जिंदगी का ख्वाब हो?
क्या तुम मेरी जिंदगी का ख्वाब हो?
Babiya khatoon
हमने किस्मत से आंखें लड़ाई मगर
हमने किस्मत से आंखें लड़ाई मगर
VINOD CHAUHAN
ग़ज़ल
ग़ज़ल
मिथलेश सिंह"मिलिंद"
स्वयं को सुरक्षित रखने के लिए
स्वयं को सुरक्षित रखने के लिए
सोनम पुनीत दुबे "सौम्या"
*कहर  है हीरा*
*कहर है हीरा*
Kshma Urmila
#मैथिली_हाइकु
#मैथिली_हाइकु
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
घुंघट में
घुंघट में
C S Santoshi
Loading...