Kabhi jo dard ki dawa hua krta tha
कुछ फूल तो कुछ शूल पाते हैँ
किसी भी स्त्री का उत्पीड़न न करें क्योंकि प्रत्येक स्त्री एक
सगीर की ग़ज़ल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
बहके जो कोई तो संभाल लेना
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
मैं धर्मपुत्र और मेरी गौ माँ
स्वर्ग से सुंदर समाज की कल्पना
यूं तुम से कुछ कहना चाहता है कोई,
विस्तार ____असीम की ओर (कविता) स्मारिका विषय 77 समागम
अगर आप अपनी आवश्यकताओं को सीमित कर देते हैं,तो आप सम्पन्न है
रास्ते और राह ही तो होते है
लोग आपके प्रसंसक है ये आपकी योग्यता है
"भँडारे मेँ मिलन" हास्य रचना
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
!! गुजर जायेंगे दुःख के पल !!