Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Feb 2024 · 1 min read

स्वर्ग से सुंदर समाज की कल्पना

*स्वर्ग से सुंदर समाज की कल्पना
यही एक लेखक की इबादत होती है
हर तरफ खूबसूरत देखने की एक
सच्चे लेखक की आदत होती है ***
अन्याय, अहिंसा, भेदभाव,
देख दुनियां का वयभिचार ,अत्याचार
एक लेखक की आत्मा जब रोती है
तब एक लेखक की लेखनी
तलवार बनकर चलती है
और समाज में पनप रही वैमनस्य की
भावना का अंत करने में अपना
महत्वपूर्ण सहयोग प्रदान करती है
विचारों की पवित्र गंगा की धारा
सर्व जन हिताय हेतु ,
सुसंस्कृत,सुशिक्षित, समाज की स्थापना
का आदर्श लिए , शब्दों के तीखे, बाणों
के जब तीर चलाती तब ,वो इतिहास रचती है ,
युगों-युगों तक आने वाले समाज का
मार्गदर्शन करती है ।
*लिखने को तो लेखक की लेखनी लिखती है
एक अद्वितीय शक्ति उसको प्रेरित करती है
तभी तो ऐतिहासिक,रहस्यमयी, सच्ची घटनाओं
की तस्वीरें कविताओं ,कहानियों आदि के रूप में
युगों- युगों तक जन मानस के लिए प्रेरणास्रोत
बन जन मानस के हृदयपटल पर राज करती हैं *

Language: Hindi
128 Views
Books from Ritu Asooja
View all

You may also like these posts

जिस माहौल को हम कभी झेले होते हैं,
जिस माहौल को हम कभी झेले होते हैं,
Ajit Kumar "Karn"
हक जता तो दू
हक जता तो दू
Swami Ganganiya
दिल का हाल
दिल का हाल
पूर्वार्थ
लघुकथा - घर का उजाला
लघुकथा - घर का उजाला
अशोक कुमार ढोरिया
लक्ष्य
लक्ष्य
Mukta Rashmi
आशा
आशा
Rambali Mishra
भव- बन्धन
भव- बन्धन
Dr. Upasana Pandey
2602.पूर्णिका
2602.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
*रखिए जीवन में सदा, सबसे सद्व्यवहार (कुंडलिया)*
*रखिए जीवन में सदा, सबसे सद्व्यवहार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
ज़िंदगी के सौदागर
ज़िंदगी के सौदागर
Shyam Sundar Subramanian
- तुझको तेरा ही अर्पण करता हु -
- तुझको तेरा ही अर्पण करता हु -
bharat gehlot
नायक कैसा हो? (छंदमुक्त काव्य )
नायक कैसा हो? (छंदमुक्त काव्य )
Neerja Sharma
स्पोरोफाइट
स्पोरोफाइट
Shailendra Aseem
गुनगुनाए तुम
गुनगुनाए तुम
Deepesh Dwivedi
आपको दिल से हम दुआ देंगे।
आपको दिल से हम दुआ देंगे।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
घृणा प्रेम की अनुपस्थिति है, क्रोध करुणा और जागरूकता का अनुप
घृणा प्रेम की अनुपस्थिति है, क्रोध करुणा और जागरूकता का अनुप
Ravikesh Jha
कलेवा
कलेवा
Satish Srijan
“उसकी यादें”
“उसकी यादें”
ओसमणी साहू 'ओश'
तुम्हारा यूँ और तुम्हारी बस
तुम्हारा यूँ और तुम्हारी बस
ललकार भारद्वाज
🌹 इस्लाम  ने  मोहब्बत  का  पैगा़म दिया  है  ।
🌹 इस्लाम ने मोहब्बत का पैगा़म दिया है ।
Neelofar Khan
"चलना और रुकना"
Dr. Kishan tandon kranti
ज़ख्म फूलों से खा के बैठे हैं..!
ज़ख्म फूलों से खा के बैठे हैं..!
पंकज परिंदा
■ 80 फीसदी मुफ्तखोरों की सोच।
■ 80 फीसदी मुफ्तखोरों की सोच।
*प्रणय*
दोहा सप्तक  . . . . मुखौटे
दोहा सप्तक . . . . मुखौटे
sushil sarna
सहयोगी भाव से बढ़ता रहा समाज
सहयोगी भाव से बढ़ता रहा समाज
Sudhir srivastava
“मृदुलता”
“मृदुलता”
DrLakshman Jha Parimal
दो का पहाडा़
दो का पहाडा़
Rituraj shivem verma
भागम भाग
भागम भाग
Surinder blackpen
मंत्र की ताकत
मंत्र की ताकत
Rakesh Bahanwal
" टीस " ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
Loading...