करता ने कर्म से कहा

डॉ अरूण कुमार शास्त्री एक अबोध बालक अरूण अतृप्त
हर कार्य के पीछे कारण छुपा होता है, परिस्थितियों का प्रकरण होता है अदृश्य। सृजन करता वो ऊपरवाला मानुष के अधिकार मात्र कर्म हुआ करता है ।
आप अपनी स्वतंत्रता को थोप नहीं सकते सभी पर ।
और आप अपने जीवन को दूसरे से तुलना भी नहीं कर सकते।
यदि करते हैं तो आप जीवन का अपमान करते हैं।
सापेक्ष स्थिति में।