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5 May 2024 · 1 min read

10 देखो राखी का चांद….

10 देखो राखी का चांद….

सुबह के सूरज सा लगता है ,
देखो राखी का चांद….
आज तो मम्मी साथ है उनके ,
खुश है अपना मामा चांद….
श्रद्धा के रंग में ड़ूबा है ,
मन्द मन्द मुसकाता चांद….
किरनों को कलाई की तरह,
मेरी तरफ बढाता चांद….
दुनियाँ मेँ आई साथ है तब से ,
अपनों से भी अपना चांद…
अपलक उसे निहार रही हूँ ,
सम्मोहन का अद्भुत चांद….
– क्षमा उर्मिला

Language: Hindi
1 Like · 47 Views
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