Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 May 2024 · 1 min read

बगुले ही बगुले बैठे हैं, भैया हंसों के वेश में

बगुले ही बगुले बैठे हैं, भैया हंसों के वेश में
सत्ता का संग्राम छिड़ा है, भैया अब इस देश में
मुख में है जनता की सेवा,देख रहे सत्ता की मेवा
सबकी कुर्सी पर नजर गढ़ी है, भैया अब तो देश में
बगुले ही बगुले बैठे हैं, भैया हंसों के वेश में
राजनीति बदनाम हो गई,गंदे इस परिवेश में
कुत्तों जैसे भोंक रहे हैं, ताकत सारी झोंक रहे हैं
असली मुद्दे गौण हो गए, सत्ता के इस खेल में
अपराधी कुर्सी पर बैठे, फरियादी हैं जेल में
बंदर जैसे उछल कूद कर,पाला रोज बदलते हैं
तन के उजले मन के काले, राजनीति में चलते हैं
सोन चिरैया ठगी ठगी है, भैया अब इस देश में
बगुले ही बगुले बैठे हैं, भैया अब इस देश में
फ़ी छाप संस्कृति वादों से, जनता को भटकाते हैं
सत्ता पर काबिज होकर,ये माल देश का खाते हैं
जाति पाती धर्म नस्ल पर, वैमनस्य फैलाते हैं
पहचान करो इन बगुलों की, भैया अब तो देश में
बगुले ही बगुले बैठे हैं, भैया हंसों के वेश में
सुरेश कुमार चतुर्वेदी

Language: Hindi
1 Like · 176 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from सुरेश कुमार चतुर्वेदी
View all

You may also like these posts

महाकुंभ का प्रतिवाद क्यों..?
महाकुंभ का प्रतिवाद क्यों..?
मनोज कर्ण
मिसाल
मिसाल
Poonam Sharma
जरूरी और जरूरत
जरूरी और जरूरत
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
जिसकी शाख़ों पर रहे पत्ते नहीं..
जिसकी शाख़ों पर रहे पत्ते नहीं..
Shweta Soni
मां कात्यायिनी स्तुति
मां कात्यायिनी स्तुति
मधुसूदन गौतम
14) अक्सर सोचती हूँ...
14) अक्सर सोचती हूँ...
नेहा शर्मा 'नेह'
उनको बातें हमारी बुरी लगती है।
उनको बातें हमारी बुरी लगती है।
Rj Anand Prajapati
*चढ़ता है अभिमान जब, करता सत्यानाश (कुंडलिया)*
*चढ़ता है अभिमान जब, करता सत्यानाश (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
🙅समय की सौगात🙅
🙅समय की सौगात🙅
*प्रणय प्रभात*
जग के का उद्धार होई
जग के का उद्धार होई
राधेश्याम "रागी"
"लम्हें कहाँ मिलते हैं"
Madhu Gupta "अपराजिता"
" वन्दनीय "
Dr. Kishan tandon kranti
गीत
गीत
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
ना मैं निकला..ना मेरा वक्त कही..!!
ना मैं निकला..ना मेरा वक्त कही..!!
Ravi Betulwala
*
*"परिजात /हरसिंगार"*
Shashi kala vyas
बस यूं बहक जाते हैं तुझे हर-सम्त देखकर,
बस यूं बहक जाते हैं तुझे हर-सम्त देखकर,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
तेरी मर्जी से ढल जाऊं हर बार ये मुमकिन नहीं,
तेरी मर्जी से ढल जाऊं हर बार ये मुमकिन नहीं,
पूर्वार्थ
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
तारे
तारे
PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य )
“बहुत देखे हैं”
“बहुत देखे हैं”
ओसमणी साहू 'ओश'
कसौटियों पर कसा गया व्यक्तित्व संपूर्ण होता है।
कसौटियों पर कसा गया व्यक्तित्व संपूर्ण होता है।
Neelam Sharma
हालातों में क्यूं हम
हालातों में क्यूं हम
Shinde Poonam
रामभक्त हनुमान
रामभक्त हनुमान
Seema gupta,Alwar
नागफनी के कांटों को तुम
नागफनी के कांटों को तुम
Vindhya Prakash Mishra
వీరుల స్వాత్యంత్ర అమృత మహోత్సవం
వీరుల స్వాత్యంత్ర అమృత మహోత్సవం
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
बुन्देली दोहा प्रतियोगिता -199 कुरा
बुन्देली दोहा प्रतियोगिता -199 कुरा
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
BK8
BK8
BK8
जीवन संवाद
जीवन संवाद
Shyam Sundar Subramanian
ग़ज़ल सगीर
ग़ज़ल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
पूज्य पिता की पुण्यतिथि
पूज्य पिता की पुण्यतिथि
महेश चन्द्र त्रिपाठी
Loading...