Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Apr 2024 · 1 min read

दोस्ती का रिश्ता

मत देखो मिठास शब्दों की, व्यवहार से सबको अपनाओ।
व्यवहार चरित्र का दर्पण है,व्यवहारिकता को तुम फैलाओ।।
बातों में मिठास बहुत हो मगर,तुम दिल में क्या है यह जानों।
करते हैं वार जो छुपछुपकर,हर ऐसे व्यक्ति को पहचानों।।
रोटी वही खाई जाती है जिसको,दो तरफ से सेका जाता है।
रिश्ते भी वही सुख देते हैं जिनको, दो तरफ से निभाया जाता है।।
एक तरफा रिश्तों का जीवन में,बस बोझ ही ढोया जाता है।
फिर ऐसे रिश्तों के चक्कर में,अपनों का अपनापन खोया जाता है।।
कुछ काम करो जग में ऐसे,जो जग में तेरी पहचान का कारण हों।
पहचान के कारण ही व्यक्ति को, दोस्त या दुश्मन माना जाता है।।
कहे विजय बिजनौरी दोस्ती का रिश्ता सबसे ऊपर माना जाता है।
दोस्ती के रिश्ते के दम पर हर मुश्किल को टाला जाता है।।

विजय कुमार अग्रवाल
विजय बिजनौरी।

Language: Hindi
127 Views
Books from विजय कुमार अग्रवाल
View all

You may also like these posts

ग़ज़ल _ क्या हुआ मुस्कुराने लगे हम ।
ग़ज़ल _ क्या हुआ मुस्कुराने लगे हम ।
Neelofar Khan
"सुप्रभात"
Yogendra Chaturwedi
हर तरफ़ रंज है, आलाम है, तन्हाई है
हर तरफ़ रंज है, आलाम है, तन्हाई है
अरशद रसूल बदायूंनी
*शब्दों मे उलझे लोग* ( अयोध्या ) 21 of 25
*शब्दों मे उलझे लोग* ( अयोध्या ) 21 of 25
Kshma Urmila
* तेरी आँखें *
* तेरी आँखें *
भूरचन्द जयपाल
Your Secret Admirer
Your Secret Admirer
Vedha Singh
मेरा घर
मेरा घर
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
‌‌भक्ति में शक्ति
‌‌भक्ति में शक्ति
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
नूर ओ रंगत कुर्बान शक्ल की,
नूर ओ रंगत कुर्बान शक्ल की,
ओसमणी साहू 'ओश'
रिटायरमेंट
रिटायरमेंट
Ayushi Verma
जीवन संगीत अधूरा
जीवन संगीत अधूरा
Dr. Bharati Varma Bourai
रात का शहर
रात का शहर
Kanchan Advaita
23/152.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/152.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
बदलता भारत
बदलता भारत
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
दुखदाई इससे बड़ा, नही दूसरा घाव
दुखदाई इससे बड़ा, नही दूसरा घाव
RAMESH SHARMA
*प्रेम नगरिया*
*प्रेम नगरिया*
Shashank Mishra
तुम्हारी आँख से जब आँख मिलती है मेरी जाना,
तुम्हारी आँख से जब आँख मिलती है मेरी जाना,
SURYA PRAKASH SHARMA
मृत्योत्सव
मृत्योत्सव
Acharya Rama Nand Mandal
साक्षात्कार- पीयूष गोयल लेखक
साक्षात्कार- पीयूष गोयल लेखक
Piyush Goel
सत्य तो सीधा है, सरल है
सत्य तो सीधा है, सरल है
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
ज़िंदगी कभी बहार तो कभी ख़ार लगती है……परवेज़
ज़िंदगी कभी बहार तो कभी ख़ार लगती है……परवेज़
parvez khan
- सेलिब्रेटी की पीड़ा सेलिब्रेटी ही जाने -
- सेलिब्रेटी की पीड़ा सेलिब्रेटी ही जाने -
bharat gehlot
कुछ...
कुछ...
Naushaba Suriya
"पहचान"
Dr. Kishan tandon kranti
आठवीं वर्षगांठ
आठवीं वर्षगांठ
Ghanshyam Poddar
नौ दो ग्यारह...
नौ दो ग्यारह...
Vivek Pandey
*अमर रहेंगे वीर लाजपत राय श्रेष्ठ बलिदानी (गीत)*
*अमर रहेंगे वीर लाजपत राय श्रेष्ठ बलिदानी (गीत)*
Ravi Prakash
फर्क पड़ता है!!
फर्क पड़ता है!!
Jaikrishan Uniyal
यथार्थ में …
यथार्थ में …
sushil sarna
धर्म का प्रभाव
धर्म का प्रभाव
Pratibha Pandey
Loading...