Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 May 2024 · 1 min read

निर्णय

निर्णय

सौ ताने सुन सहमती, माँ मेरी मजबूर ।
पहली भी बेटी हुई, उसका यही कसूर ।

माँ को लेकर चल पड़े, मन बेटे की आस।
भ्रूण परीक्षण के लिए, पहुंचे डॉक्टर पास।

लगा रखे पोस्टर बड़े, कानूनन अपराध ।
लिंग परीक्षण कर रहे, वही यहां निर्बाध।

प्राणदान जिनसे मिले, रोगी को विश्वास ।
शपथ यहां वह तोड़ते, हैं डॉक्टर जी आज ।

सहम गई मैं गर्भ में, सुन अपनों की बात।
मां को सब समझा रहे, करें गर्भ का पात।

भीत बड़ी व्याकुल बहुत, मां थी निश्चल मौन ।
माता और संतान का, नाता समझे कौन ।

बेटी मेरी लाड़ली, मेरे मन की प्रीत,
कैसे इसे नकार दूं, स्वार्थपूर्ण यह रीति।

मेघ बरसता सब जगह, करता नहीं विभेद।
माता क्यों करके करें, संतानों में भेद ।

बेटा यदि कुलदीप है, बेटी भी है ज्योति ।
नहीं सुनूं मैं और की, ठुकराऊं यह नीति ।

माता तो माता सदा, है ममता की मूर्ति,
नहीं अन्य के संग मिल, करूं स्वार्थ की पूर्ति ।

कहते बेटी खर्च है,देना पड़े दहेज।
बेटी को मरवा रहे, धन को रहे सहेज।

बेटी जा ससुराल में, नहीं आएगी काम ।
बेटे भी परदेश में,बसे न आते काम।

रही नाम की बात वह , और पिंड का दान ।
नाम बेटियां भी करें , करें पिंड भी दान।

मां ने निर्णय ले लिया, बेटी लेगी जन्म ।
नहीं बीच में आएगा, यहां कोई भी अन्य।

धन्य धन्य मां धन्य तुम, सबसे की तकरार।
बेटी के हित ठान ली, तुमने सबसे रार।।

इंदु पाराशर

95 Views
Books from indu parashar
View all

You may also like these posts

कविता-कूड़ा ठेला
कविता-कूड़ा ठेला
Dr MusafiR BaithA
शिव के द्वार चलें
शिव के द्वार चलें
Sudhir srivastava
जिंदगी तो पहले से बिखरी हुई थी
जिंदगी तो पहले से बिखरी हुई थी
Befikr Lafz
हर तरफ होती हैं बस तनहाइयां।
हर तरफ होती हैं बस तनहाइयां।
सत्य कुमार प्रेमी
दिन रात जैसे जैसे बदलेंगे
दिन रात जैसे जैसे बदलेंगे
PRADYUMNA AROTHIYA
ಕಡಲ ತುಂಟ ಕೂಸು
ಕಡಲ ತುಂಟ ಕೂಸು
Venkatesh A S
जिंदगी के तूफानों में हर पल चिराग लिए फिरता हूॅ॑
जिंदगी के तूफानों में हर पल चिराग लिए फिरता हूॅ॑
VINOD CHAUHAN
संवेदना बोलती आँखों से 🙏
संवेदना बोलती आँखों से 🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
"जीवन"
Dr. Kishan tandon kranti
समंदर में कोई हलचल नहीं है,
समंदर में कोई हलचल नहीं है,
पंकज परिंदा
हत्या
हत्या
Kshma Urmila
मुफ्त का चंदन
मुफ्त का चंदन
Nitin Kulkarni
टिमटिम करते नभ के तारे
टिमटिम करते नभ के तारे
कुमार अविनाश 'केसर'
And here we go. Another completion of the year.I came here t
And here we go. Another completion of the year.I came here t
Ritesh Deo
कुछ लोगो ने मुझको पढ्ना बन्द कर दिया।
कुछ लोगो ने मुझको पढ्ना बन्द कर दिया।
Ashwini sharma
To my dear Window!!
To my dear Window!!
Rachana
"दुखती रग.." हास्य रचना
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
4184💐 *पूर्णिका* 💐
4184💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
उस बेवफ़ा से क्या कहूं
उस बेवफ़ा से क्या कहूं
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
बेनाम जिन्दगी थी फिर क्यूँ नाम दे दिया।
बेनाम जिन्दगी थी फिर क्यूँ नाम दे दिया।
Rajesh Tiwari
एक मुठी सरसो पीट पीट बरसो
एक मुठी सरसो पीट पीट बरसो
आकाश महेशपुरी
रिश्तों का आईना
रिश्तों का आईना
पूर्वार्थ
हर एक मंजिल का अपना कहर निकला
हर एक मंजिल का अपना कहर निकला
डॉ. दीपक बवेजा
स्वतंत्रता सेनानी नीरा आर्य
स्वतंत्रता सेनानी नीरा आर्य
Anil chobisa
नारी पुरुष
नारी पुरुष
Neeraj Agarwal
जातीय गणना।
जातीय गणना।
Acharya Rama Nand Mandal
पानी बचाऍं (बाल कविता)
पानी बचाऍं (बाल कविता)
Ravi Prakash
महंगाई एक त्यौहार
महंगाई एक त्यौहार
goutam shaw
सावन में संदेश
सावन में संदेश
Er.Navaneet R Shandily
हसरतें भी मेरी शर्मिंदा है,
हसरतें भी मेरी शर्मिंदा है,
श्याम सांवरा
Loading...