Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Apr 2024 · 1 min read

खींचातानी कर रहे, सारे नेता लोग

खींचातानी कर रहे, सारे नेता लोग
दोषारोपण का लगा, इन्हें बुरा है रोग
इन्हें बुरा है रोग, लगे निंदा करने में
हर पल रहते लीन,ख़ज़ाने को भरने में
कहे ‘अर्चना’ बात,चलाते हैं मनमानी
मर्यादा को छोड़ , करें हैं खींचातानी
डॉ अर्चना गुप्ता
12.04.2024

1 Like · 104 Views
Books from Dr Archana Gupta
View all

You may also like these posts

गुज़र गये वो लम्हे जो तुझे याद किया करते थे।
गुज़र गये वो लम्हे जो तुझे याद किया करते थे।
Phool gufran
जय जय राजस्थान
जय जय राजस्थान
Ravi Yadav
रास्ते और राह ही तो होते है
रास्ते और राह ही तो होते है
Neeraj Agarwal
झूठ रहा है जीत
झूठ रहा है जीत
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
सूना- सूना घर लगे,
सूना- सूना घर लगे,
sushil sarna
नन्ही परी और घमंडी बिल्ली मिनी
नन्ही परी और घमंडी बिल्ली मिनी
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
अरे धर्म पर हंसने वालों
अरे धर्म पर हंसने वालों
Anamika Tiwari 'annpurna '
कान भरने वाले सदा से ही आपके इर्द गिर्द ही है
कान भरने वाले सदा से ही आपके इर्द गिर्द ही है
पूर्वार्थ
कविता
कविता
Rambali Mishra
लड़ाई बड़ी है!
लड़ाई बड़ी है!
Sanjay ' शून्य'
कितने ही रास्तों से
कितने ही रास्तों से
Chitra Bisht
पति की खुशी ,लंबी उम्र ,स्वास्थ्य के लिए,
पति की खुशी ,लंबी उम्र ,स्वास्थ्य के लिए,
ओनिका सेतिया 'अनु '
हां मैं दोगला...!
हां मैं दोगला...!
भवेश
अपना यह गणतन्त्र दिवस, ऐसे हम मनायें
अपना यह गणतन्त्र दिवस, ऐसे हम मनायें
gurudeenverma198
भक्त कवि स्वर्गीय श्री रविदेव_रामायणी*
भक्त कवि स्वर्गीय श्री रविदेव_रामायणी*
Ravi Prakash
गिल्ट
गिल्ट
आकांक्षा राय
काव्य-अनुभव और काव्य-अनुभूति
काव्य-अनुभव और काव्य-अनुभूति
कवि रमेशराज
ताशकंद वाली घटना।
ताशकंद वाली घटना।
Abhishek Soni
प्रसव की प्रतीक्षा
प्रसव की प्रतीक्षा
Akash Agam
हिरनगांव की रियासत
हिरनगांव की रियासत
Prashant Tiwari
प्रकृति! तेरे हैं अथाह उपकार
प्रकृति! तेरे हैं अथाह उपकार
ruby kumari
ग़र हो इजाजत
ग़र हो इजाजत
हिमांशु Kulshrestha
पढ़ें बेटियां-बढ़ें बेटियां
पढ़ें बेटियां-बढ़ें बेटियां
Shekhar Chandra Mitra
मैंने बेटी होने का किरदार किया है
मैंने बेटी होने का किरदार किया है
Madhuyanka Raj
- अनमोल -
- अनमोल -
bharat gehlot
शरद पूर्णिमा का चांद
शरद पूर्णिमा का चांद
Mukesh Kumar Sonkar
दिल के एहसास
दिल के एहसास
Dr fauzia Naseem shad
ग़ज़ल
ग़ज़ल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
कोई तुम्हें टूट के चाहे तो क्या कीजिए,
कोई तुम्हें टूट के चाहे तो क्या कीजिए,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
🙅पहचान🙅
🙅पहचान🙅
*प्रणय*
Loading...