Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Nov 2024 · 1 min read

परिस्थिति से भागने के बजाय उसे जानने में हमें उत्सुक होना चा

परिस्थिति से भागने के बजाय उसे जानने में हमें उत्सुक होना चाहिए, हमें जीवन आनन्द से जीने के लिए मिला है न की दुख इकट्ठा करने के लिए।
~ रविकेश झा

36 Views

You may also like these posts

बार - बार गिरती रही,
बार - बार गिरती रही,
sushil sarna
रक्त दान के लाभ पर दोहे.
रक्त दान के लाभ पर दोहे.
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
काव्य सौंदर्य
काव्य सौंदर्य
Rambali Mishra
*शीर्षक - प्रेम ..एक सोच*
*शीर्षक - प्रेम ..एक सोच*
Neeraj Agarwal
■ सतनाम वाहे गुरु सतनाम जी।।
■ सतनाम वाहे गुरु सतनाम जी।।
*प्रणय*
विरह रूप (प्रेम)
विरह रूप (प्रेम)
प्रकाश जुयाल 'मुकेश'
नव वर्ष
नव वर्ष
Pooja srijan
सरस्वती वंदना
सरस्वती वंदना
Satya Prakash Sharma
"बातों से पहचान"
Yogendra Chaturwedi
ग़ज़ल (मिलोगे जब कभी मुझसे...)
ग़ज़ल (मिलोगे जब कभी मुझसे...)
डॉक्टर रागिनी
"मैं" एहसास ऐ!
Harminder Kaur
14. बात
14. बात
Lalni Bhardwaj
संविधान के पहरेदार कहां हैं?
संविधान के पहरेदार कहां हैं?
Shekhar Chandra Mitra
कुंडलिया
कुंडलिया
आर.एस. 'प्रीतम'
ଏହା କୌଣସି ପ୍ରଶ୍ନ ନୁହେଁ, ଏହା ଏକ ଉତ୍ତର ।
ଏହା କୌଣସି ପ୍ରଶ୍ନ ନୁହେଁ, ଏହା ଏକ ଉତ୍ତର ।
Otteri Selvakumar
क्या तुम्हें लगता है कि
क्या तुम्हें लगता है कि
gurudeenverma198
जिंदगी है कोई मांगा हुआ अखबार नहीं ।
जिंदगी है कोई मांगा हुआ अखबार नहीं ।
Phool gufran
जिंदगी में जितने महत्व पूर्ण है
जिंदगी में जितने महत्व पूर्ण है
पूर्वार्थ
" तूफान "
Dr. Kishan tandon kranti
दुखवा हजारो
दुखवा हजारो
आकाश महेशपुरी
आत्मा परमात्मा मिलन
आत्मा परमात्मा मिलन
Anant Yadav
भारत जनता उर बसे
भारत जनता उर बसे
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
झुकना होगा
झुकना होगा
भरत कुमार सोलंकी
दुपट्टा
दुपट्टा
Sudhir srivastava
*औषधि (बाल कविता)*
*औषधि (बाल कविता)*
Ravi Prakash
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
#बेटियां #(मेरा नवीन प्रयास सयाली छंद मे)
#बेटियां #(मेरा नवीन प्रयास सयाली छंद मे)
पं अंजू पांडेय अश्रु
चलते-फिरते लिखी गई है,ग़ज़ल
चलते-फिरते लिखी गई है,ग़ज़ल
Shweta Soni
2817. *पूर्णिका*
2817. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
- ख्याली पुलाव -
- ख्याली पुलाव -
bharat gehlot
Loading...