Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Apr 2024 · 1 min read

“इबारत”

“इबारत”
हर सुबह शाम की शरारत है,
जिन्दगी मौत की इबारत है।

3 Likes · 3 Comments · 179 Views
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all

You may also like these posts

कैसे निभाऍं उसको, कैसे करें गुज़ारा।
कैसे निभाऍं उसको, कैसे करें गुज़ारा।
सत्य कुमार प्रेमी
*आज का दोहा*
*आज का दोहा*
*प्रणय*
जिसके भीतर जो होगा
जिसके भीतर जो होगा
ruby kumari
वर्ण पिरामिड
वर्ण पिरामिड
Rambali Mishra
विश्वास की नाप
विश्वास की नाप
डॉ.सतगुरु प्रेमी
प्रेम
प्रेम
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
दुश्मनों  को  मैं हुकार  भरता हूँ।
दुश्मनों को मैं हुकार भरता हूँ।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
इतनी मसरूफ़ियत नहीं अच्छी
इतनी मसरूफ़ियत नहीं अच्छी
Dr fauzia Naseem shad
हिंदुत्व - जीवन का आधार
हिंदुत्व - जीवन का आधार
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
अक्षरांजलि
अक्षरांजलि
Dr. Kishan tandon kranti
कभी खुश भी हो जाते हैं हम
कभी खुश भी हो जाते हैं हम
Shweta Soni
तुम्हारी चाहतें
तुम्हारी चाहतें
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
भारतीय संविधान ने कहा-
भारतीय संविधान ने कहा-
Indu Singh
That Spot
That Spot
Tharthing zimik
दस लक्षण पर्व
दस लक्षण पर्व
Seema gupta,Alwar
बेरोजगारी
बेरोजगारी
साहित्य गौरव
महानायक दशानन रावण भाग:02 by karan Bansiboreliya
महानायक दशानन रावण भाग:02 by karan Bansiboreliya
Karan Bansiboreliya
नववर्ष अभिनंदन
नववर्ष अभिनंदन
Neha
सुनील गावस्कर
सुनील गावस्कर
Dr. Pradeep Kumar Sharma
ग़ज़ल __गुलज़ार देश अपना, त्योहार का मज़ा भी ,
ग़ज़ल __गुलज़ार देश अपना, त्योहार का मज़ा भी ,
Neelofar Khan
नाजायज बुनियाद
नाजायज बुनियाद
RAMESH SHARMA
मिला जो इक दफा वो हर दफा मिलता नहीं यारों,
मिला जो इक दफा वो हर दफा मिलता नहीं यारों,
डी. के. निवातिया
नेतृत्व
नेतृत्व
Sanjay ' शून्य'
🥀*अज्ञानी की कलम*🥀
🥀*अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
शब्द
शब्द
Mandar Gangal
कोई-कोई
कोई-कोई
Ragini Kumari
4448.*पूर्णिका*
4448.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
"एक दीप जलाना चाहूँ"
Ekta chitrangini
मै जो कुछ हु वही कुछ हु।
मै जो कुछ हु वही कुछ हु।
पूर्वार्थ
दोहा - ८९
दोहा - ८९
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
Loading...