सुकून मिलता है तेरे पास होने से,
अगर कुछ हो गिला तब तो बताऊं मैं,
रमेशराज की वर्णिक एवं लघु छंदों में 16 तेवरियाँ
डर अंधेरों से नही अपने बुरे कर्मों से पैदा होता है।
संबंध की एक गरिमा होती है अगर आपके कारण किसी को परेशानी हो र
एक सवाल जिंदगी से...(सयाली छंद)
तुम्हारे प्यार के खातिर सितम हर इक सहेंगे हम।
*** " मन मेरा क्यों उदास है....? " ***
क्या कर लेगा कोई तुम्हारा....
" बीता समय कहां से लाऊं "