नारी का सम्मान नहीं तो...
कोई शक्स किताब सा मिलता ।
पर्यावरणीय सजगता और सतत् विकास ही पर्यावरण संरक्षण के आधार
स्वार्थ चाहे किसी भी प्रकार का हो, हमेशा दुखदाई होता है। अतः
गौ नंदिनी डॉ विमला महरिया मौज
क्या हो तुम मेरे लिए (कविता)
नाम कमाले ये जिनगी म, संग नई जावय धन दौलत बेटी बेटा नारी।
इम्तेहां बार बार होते हैं
परिमल पंचपदी- नयी विधा
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
Whenever Things Got Rough, Instinct Led Me To Head Home.