Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
Shweta Soni
28 Followers
Follow
Report this post
9 Mar 2024 · 1 min read
सृजन और पीड़ा
सृजन और पीड़ा
की सहधर्मिता
जब तक है,
संभावना
मनुष्य होने की
तब तक है,
दुःख आवश्यक है।
Tag:
Quote Writer
Like
Share
102 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
Books from Shweta Soni
View all
अंतर्मन का कोपभवन
Shweta Soni
ख्वाब जो देखे थे मैंने
Shweta Soni
You may also like these posts
कर मुक्त द्वेष से खुदको
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
ॐ
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
सब कुछ पास हमारे
Manoj Shrivastava
सफलता तीन चीजे मांगती है :
GOVIND UIKEY
किसी भी स्त्री का उत्पीड़न न करें क्योंकि प्रत्येक स्त्री एक
गुमनाम 'बाबा'
ज़माने को समझ बैठा, बड़ा ही खूबसूरत है,
संजीव शुक्ल 'सचिन'
ऐसी फूलों की एक दुकान उस गली मैं खोलूंगा,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
*चुनावी कुंडलिया*
Ravi Prakash
बेबसी!
कविता झा ‘गीत’
"मोबाईल"
Dr. Kishan tandon kranti
वक्त और एहसास
पूर्वार्थ
" बस तुम्हें ही सोचूँ "
Pushpraj Anant
नववर्ष की बधाइयां शुभकामनाएं
Sudhir srivastava
रिश्ता
Lalit Singh thakur
प्यार या तकरार
ललकार भारद्वाज
सुबह-सुबह की चाय और स़ंग आपका
Neeraj Agarwal
‘ विरोधरस ‘---3. || विरोध-रस के आलंबन विभाव || +रमेशराज
कवि रमेशराज
यहाॅं हर कोई जीयेगा,
Ajit Kumar "Karn"
बटन ऐसा दबाना कि आने वाली पीढ़ी 5 किलो की लाइन में लगने के ब
शेखर सिंह
राम आए हैं भाई रे
Harinarayan Tanha
सरस्वती, की कहु हम
श्रीहर्ष आचार्य
घायल इन्सान
Mukund Patil
everytime I see you I get the adrenaline rush of romance an
Chaahat
ज़िंदगी इसमें
Dr fauzia Naseem shad
वो समाज कैसे तरक्की करेगा साहब..
Ranjeet kumar patre
संवेदना(फूल)
Dr. Vaishali Verma
ऐसा इतवार तो आने से रहा
अरशद रसूल बदायूंनी
अजब सी कशमकश
Surinder blackpen
नहीं आती कुछ भी समझ में तेरी कहानी जिंदगी
gurudeenverma198
4099.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
Loading...