Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Mar 2024 · 1 min read

Dr Arun Kumar shastri

Dr Arun Kumar shastri
तुम भी कौन एक विशाल सागर से कम हो क्या?
जानते तो हो कितने तूफ़ान झंझावात झेले हैं इस मुई जिन्दगी में।

150 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from DR ARUN KUMAR SHASTRI
View all

You may also like these posts

Interest vs interrupt
Interest vs interrupt
Rj Anand Prajapati
*धर्म के नाम पर झगड़ा क्यों?*
*धर्म के नाम पर झगड़ा क्यों?*
pratibha Dwivedi urf muskan Sagar Madhya Pradesh
"चार चाँद"
Dr. Kishan tandon kranti
हम रोते नहीं
हम रोते नहीं
महेश चन्द्र त्रिपाठी
मुझे ख्याल में मिला
मुझे ख्याल में मिला
Surinder blackpen
मेरा न कृष्ण है न मेरा कोई राम है
मेरा न कृष्ण है न मेरा कोई राम है
डॉ.एल. सी. जैदिया 'जैदि'
होली
होली
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
ग़ज़ल की नक़ल नहीं है तेवरी + रमेशराज
ग़ज़ल की नक़ल नहीं है तेवरी + रमेशराज
कवि रमेशराज
देखिए प्रेम रह जाता है
देखिए प्रेम रह जाता है
शेखर सिंह
सब याद रखा जायेगा
सब याद रखा जायेगा
Sahil Ahmad
बुंदेली दोहा -खिलकट (आधे पागल)
बुंदेली दोहा -खिलकट (आधे पागल)
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
धनुष वर्ण पिरामिड
धनुष वर्ण पिरामिड
Rambali Mishra
चलो आज वक्त से कुछ फरियाद करते है....
चलो आज वक्त से कुछ फरियाद करते है....
रुचि शर्मा
जियो जी भर के,
जियो जी भर के,
Sunny kumar kabira
सम्मान शराफत से मिल जाए वही सम्मान।
सम्मान शराफत से मिल जाए वही सम्मान।
पूर्वार्थ
हम सभी को लिखना और पढ़ना हैं।
हम सभी को लिखना और पढ़ना हैं।
Neeraj Kumar Agarwal
साँस घुटती है
साँस घुटती है
प्रो ० स्मिता शंकर
सुंदर विचार
सुंदर विचार
Jogendar singh
Dear Moon.......
Dear Moon.......
R. H. SRIDEVI
तू मेरी हीर बन गई होती - संदीप ठाकुर
तू मेरी हीर बन गई होती - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
कभी - कभी मै अतीत में खो जाती हूं
कभी - कभी मै अतीत में खो जाती हूं
Anamika Tiwari 'annpurna '
नाथ मुझे अपनाइए,तुम ही प्राण आधार
नाथ मुझे अपनाइए,तुम ही प्राण आधार
कृष्णकांत गुर्जर
छोड़ दिया ज़माने को जिस मय के वास्ते
छोड़ दिया ज़माने को जिस मय के वास्ते
sushil sarna
चाॅंद पे भी तो दाग है
चाॅंद पे भी तो दाग है
विक्रम सिंह
नदियां
नदियां
manjula chauhan
समझौता
समझौता
Sangeeta Beniwal
भारत अखंड है, अखंड ही रहेगा
भारत अखंड है, अखंड ही रहेगा
Harinarayan Tanha
विरले ही संवेदनशील
विरले ही संवेदनशील
Seema gupta,Alwar
आत्मविश्वास ही आपका सच्चा साथी और हर स्थिति में आपको संभालने
आत्मविश्वास ही आपका सच्चा साथी और हर स्थिति में आपको संभालने
ललकार भारद्वाज
अधिकतर ये जो शिकायत करने  व दुःख सुनाने वाला मन होता है यह श
अधिकतर ये जो शिकायत करने व दुःख सुनाने वाला मन होता है यह श
Pankaj Kushwaha
Loading...