Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Nov 2024 · 1 min read

साँस घुटती है

साँस घुटती है इन जहरीली हवाओं में, सपनों की दुनिया खो गई है अंधेरों में। पेड़ों की छाँव अब कहाँ है, कहाँ हैं वो फूल, मन में बसती है अब यादों की धूल।

चाँदनी रातें भी अब डराती हैं हमें, सितारों की चमक भी अब बुझती है ऐसे। शहर की बत्तियाँ तो जगमग हैं मगर, दिल के उजालों में ढूँढते हैं राहत के पल।

धरती की गोद में अब जहर है बसा, आसमान भी लगता है जैसे अब है उदास। बारिश की बूंदें अब सुखाती नहीं, दिल की धड़कनें भी अब रुकने सी लगीं।

आओ, मिलकर फिर से उम्मीद जगाएँ, इन जहरीली हवाओं से जंग करें हम। हरियाली की चादर फिर से बिछाएँ, नए सवेरे की ओर चलें हम।

रखें दिलों में प्यार और उम्मीद की लौ, साँसों में फिर से भरें ताजगी का रंग। प्रकृति का मान रखें, हरियाली का सम्मान, साँसें फिर से महक उठें, जीवन बने आसान।

प्रो. स्मिता शंकर
सहायक प्राध्यापक ,हिन्दी विभाग
बेंगलुरु-560045

Language: Hindi
1 Like · 37 Views

You may also like these posts

"विजयादशमी"
Shashi kala vyas
याद रखना मुझे
याद रखना मुझे
Kanchan verma
दोहा त्रयी. .
दोहा त्रयी. .
sushil sarna
विरह की वेदना
विरह की वेदना
Kirtika Namdev
भोले नाथ है हमारे,
भोले नाथ है हमारे,
manjula chauhan
मां की ममता
मां की ममता
Shutisha Rajput
A tail star 'comet'
A tail star 'comet'
Buddha Prakash
हम मुस्कुराते हैं...
हम मुस्कुराते हैं...
हिमांशु Kulshrestha
पंछी
पंछी
Saraswati Bajpai
हम समुंदर का है तेज, वह झरनों का निर्मल स्वर है
हम समुंदर का है तेज, वह झरनों का निर्मल स्वर है
Shubham Pandey (S P)
बचपन
बचपन
अवध किशोर 'अवधू'
तलाश
तलाश
Shyam Sundar Subramanian
Y
Y
Rituraj shivem verma
2485.पूर्णिका
2485.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
ओढ दुशाला श्याम का, मीरा आर्त पुकार
ओढ दुशाला श्याम का, मीरा आर्त पुकार
RAMESH SHARMA
युगों-युगों तक
युगों-युगों तक
Harminder Kaur
चिंतन का विषय अशिक्षा की पीड़ा,, बेटा बचाओ
चिंतन का विषय अशिक्षा की पीड़ा,, बेटा बचाओ
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
बिन मांगे ही खुदा ने भरपूर दिया है
बिन मांगे ही खुदा ने भरपूर दिया है
हरवंश हृदय
डाॅ. राधाकृष्णन को शत-शत नमन
डाॅ. राधाकृष्णन को शत-शत नमन
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
जुदाई
जुदाई
Davina Amar Thakral
हिन्दुस्तानी हे हम
हिन्दुस्तानी हे हम
Swami Ganganiya
हे बेटी...
हे बेटी...
Jyoti Pathak
"सबक"
Dr. Kishan tandon kranti
बरेली में झुमका यहाँ गिरा...
बरेली में झुमका यहाँ गिरा...
अरशद रसूल बदायूंनी
अरे सुन तो तेरे हर सवाल का जवाब हूॅ॑ मैं
अरे सुन तो तेरे हर सवाल का जवाब हूॅ॑ मैं
VINOD CHAUHAN
*सत्य राह मानव की सेवा*
*सत्य राह मानव की सेवा*
Rambali Mishra
आप कहते हो, मान लेते हैं ,
आप कहते हो, मान लेते हैं ,
Dr fauzia Naseem shad
तेरी हँसी
तेरी हँसी
डॉ राजेंद्र सिंह स्वच्छंद
बिखरे हुए सपने हैं मेरे
बिखरे हुए सपने हैं मेरे
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
🙏 * गुरु चरणों की धूल*🙏
🙏 * गुरु चरणों की धूल*🙏
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
Loading...