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28 Feb 2024 · 1 min read

अर्थ में,अनर्थ में अंतर बहुत है

अर्थ में,अनर्थ में अंतर बहुत है
ग्राह्य में,व्यर्थ में अंतर बहुत है
भाग्य में हर एक के सुख है कहाँ
दीन में,समर्थ में अंतर बहुत है

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