Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Feb 2024 · 1 min read

ये दिल किसे माने : अपने और बेगाने ?

अपने और बेगाने, ये कैसे माने जाते हैं?
दिल की बातों सही हैं- कैसे पहचाने जाते हैं।

अपनों के साथ खुशी और दुख में,
हर लम्हा बिताते हैं हरदम साथ हम।
लेकिन बेगाने को भी अपना समझ कभी
उसके साथ भी खुशी में खिलखिलाते हैं।

क्या होता है नकली रिश्तों का ये जादू,
जो अपने लगते थे , बेगाने बन ही जाते हैं।

कहीं धड़कनों की ताल पर जिंदगी के गम,
हर पल एक नया मंजिल तलाशते हैं हम।

अपने और बेगाने की ये कहानी,
कई यादगार पल ,नयी रंगत से सजते हैं ,
न उनके साथ, न उनके बिन हस्ती
न करें हैं उन्हें हम याद, पर सपने तरसते हैं !

खोजते अपनों को ,तो बेगाने मिल जाते हैं,
करवट जो लेते हैं ,अफ़साने बदल जाते हैं ।

अपने और बेगाने का ये संगम नहीं संगम
कोई कहे ये ही मोहब्बत है, कोई कहे रिश्ता जंगमI

अपने को पाते हैं हम बेशक, लेकिन,
बेगाने की खोज में खो ही जाते हैं,
अपने करीब हों ,चाहे हों दूर बेगाने
दिल की बातें नकार ,जुदा हो ही जाते हैं।
जिन की झूठी मुस्कान में खो भी जाते हैं।
और कंटीली यादों में उनकी रो भी जाते हैं !

Language: Hindi
209 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
View all

You may also like these posts

बाण मां के दोहे
बाण मां के दोहे
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
जागृति
जागृति
Shyam Sundar Subramanian
हम तो हैं इंसान के साथ
हम तो हैं इंसान के साथ
Shekhar Chandra Mitra
जिंदगी धूप छांव सी है
जिंदगी धूप छांव सी है
नूरफातिमा खातून नूरी
असहाय वेदना
असहाय वेदना
Shashi Mahajan
पत्थर के सनम
पत्थर के सनम
ओनिका सेतिया 'अनु '
!! स्वच्छता अभियान!!
!! स्वच्छता अभियान!!
जय लगन कुमार हैप्पी
कोई  फरिश्ता ही आयेगा ज़मीन पर ,
कोई फरिश्ता ही आयेगा ज़मीन पर ,
Neelofar Khan
कुछ बेनाम कविताएं
कुछ बेनाम कविताएं
Padmaja Raghav Science
"तेरी यादों के छापे पड रहे हैं ll
पूर्वार्थ
मां महागौरी
मां महागौरी
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
पिता का यूं चले जाना,
पिता का यूं चले जाना,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
क्या किसी जात का आदमी
क्या किसी जात का आदमी
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
ଶତ୍ରୁ
ଶତ୍ରୁ
Otteri Selvakumar
#आज_का_शेर-
#आज_का_शेर-
*प्रणय प्रभात*
शंख ध्वनि
शंख ध्वनि
Dr. Ravindra Kumar Sonwane "Rajkan"
हाईकु
हाईकु
Neelam Sharma
बुरा ख्वाबों में भी जिसके लिए सोचा नहीं हमने
बुरा ख्वाबों में भी जिसके लिए सोचा नहीं हमने
Shweta Soni
चाँद भी देखा,
चाँद भी देखा,
हिमांशु Kulshrestha
दिए की रोशनी
दिए की रोशनी
Saraswati Bajpai
शीर्षक - शिव पार्वती
शीर्षक - शिव पार्वती
Neeraj Kumar Agarwal
क्या फायदा...
क्या फायदा...
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
3605.💐 *पूर्णिका* 💐
3605.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
गीत- तेरा जो साथ मिल जाए...
गीत- तेरा जो साथ मिल जाए...
आर.एस. 'प्रीतम'
कबीरा कह गये हो तुम मीठी वाणी
कबीरा कह गये हो तुम मीठी वाणी
Buddha Prakash
- तुम मुझको क्या जानोगे -
- तुम मुझको क्या जानोगे -
bharat gehlot
ग़ज़ल
ग़ज़ल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
माँ
माँ
Dr Archana Gupta
*तलाश*
*तलाश*
Vandna Thakur
यह भी गायब वह भी गायब
यह भी गायब वह भी गायब
Manoj Shrivastava
Loading...