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13 Feb 2024 · 1 min read

“ऐ मितवा”

“ऐ मितवा”
तुझ बिन तो
फकत ये उम्र ढल रही है,
जैसे जिन्दगी
रेत की तरह फिसल रही है।

3 Likes · 3 Comments · 165 Views
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