Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Feb 2024 · 1 min read

आया बसंत

-आया बसंत

आया आया बसंत का अनुपम त्यौहार
दुल्हन बनी धरा रंग बिरंगा हरित श्रृंगार।
बाग-बगीचा,गगन,धरा में आएं निखार
सुंदर सरस रंग बसंती प्रकृति के उपहार।
पूजन वंदन करूं मां की मिले कृपा बौछार
निर्मल उर मां शारदे करती सबका उपकार ।
पद्मासना विराजे मां सुनाओ वीणा झंकार
सब कला का हो प्रसार हर लेना सब अंधकार।
प्रसन्न हो श्वेतवसिनी मईया भरे दे ज्ञान भंडार
भाव-भक्ति प्रेम-प्रीत रंग में डूब रहा सारा संसार।
पीली सरसों के फूलों ने किया खेतों में विस्तार
कोयल कूके,नाचे मोर, भंवरे करें सुमन श्रृंगार ।
बिखरे शीतल सुगंध सब मस्ती की बहे बयार
ऋतुराज के अभिनंदन में भी खड़े पलाश तैयार।
कवि मन करे नूतन सृजन ले नई उपमा को धार
उमड़ घुमड़ कर आते मन में एक से एक विचार।
बसंत आया झूम कर अब है फागुन का इंतजार
बसंती फाल्गुनी मिश्रण से छाई निराली बहार।
मन आंगन में रहे खुशी बसंत सा समाएं संचार
मां भगवती शारदे हो प्रसन्न खुशियां सदाबहार।
नफरत भागे कोसों दूर पलता है प्रेम,प्रीत,प्यार
बसंती रंग रंगे हम फाल्गुनी गुलाल उड़े इस बार।
– सीमा गुप्ता, अलवर राजस्थान

Language: Hindi
3 Likes · 634 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

ख्वाहिशों से इस क़दर भरा पड़ा है घर
ख्वाहिशों से इस क़दर भरा पड़ा है घर
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
कविता
कविता
Shiva Awasthi
काव्य की आत्मा और औचित्य +रमेशराज
काव्य की आत्मा और औचित्य +रमेशराज
कवि रमेशराज
लव जिहाद_स्वीकार तुम्हारा ना परिणय होगा...
लव जिहाद_स्वीकार तुम्हारा ना परिणय होगा...
पं अंजू पांडेय अश्रु
जिंदगी
जिंदगी
Sangeeta Beniwal
You are driver of your life,
You are driver of your life,
Ankita Patel
आनंद
आनंद
Rambali Mishra
*** हम दो राही....!!! ***
*** हम दो राही....!!! ***
VEDANTA PATEL
सारे गिले-शिकवे भुलाकर...
सारे गिले-शिकवे भुलाकर...
Ajit Kumar "Karn"
मेरी जिन्दगी के दस्तावेज
मेरी जिन्दगी के दस्तावेज
Saraswati Bajpai
भूल चुके हैं
भूल चुके हैं
Neeraj Kumar Agarwal
शुभ
शुभ
*प्रणय प्रभात*
"मंज़र बर्बादी का"
ओसमणी साहू 'ओश'
गंगा ....
गंगा ....
sushil sarna
उम्र गुजर जाएगी।
उम्र गुजर जाएगी।
Rekha khichi
3735.💐 *पूर्णिका* 💐
3735.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
"लबालब समन्दर"
Dr. Kishan tandon kranti
मैं बेबस सा एक
मैं बेबस सा एक "परिंदा"
पंकज परिंदा
जीत जुनून से तय होती है।
जीत जुनून से तय होती है।
Rj Anand Prajapati
साध्वी प्रमुखा-कनकप्रभा जी
साध्वी प्रमुखा-कनकप्रभा जी
Sudhir srivastava
बलमू तऽ भइलें जुआरी
बलमू तऽ भइलें जुआरी
आकाश महेशपुरी
बाल कविता
बाल कविता
Raj kumar
❤️❤️ भोजपुरी ग़ज़ल ❤️❤️
❤️❤️ भोजपुरी ग़ज़ल ❤️❤️
Vijay kumar Pandey
आवड़ थूं ही अंबिका, बायण थूं हिगलाज।
आवड़ थूं ही अंबिका, बायण थूं हिगलाज।
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
अद्भुत प्रेम
अद्भुत प्रेम
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
एक सूरज अस्त हो रहा है, उस सुदूर क्षितिज की बाहों में,
एक सूरज अस्त हो रहा है, उस सुदूर क्षितिज की बाहों में,
Manisha Manjari
जय भवानी, जय शिवाजी!
जय भवानी, जय शिवाजी!
Kanchan Alok Malu
"प्रीत-रंग"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
पर्यावरण
पर्यावरण
Neeraj Mishra " नीर "
धोखा देना या मिलना एक कर्ज है
धोखा देना या मिलना एक कर्ज है
शेखर सिंह
Loading...