Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Nov 2024 · 1 min read

आवड़ थूं ही अंबिका, बायण थूं हिगलाज।

आवड़ थूं ही अंबिका, बायण थूं हिगलाज।
तीन्यूं लोका मायंनै, अटल आपरौ राज।।

जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया..✍🏼

110 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

आशियाना
आशियाना
Rajeev Dutta
"क्यूं किसी को कोई सपोर्ट करेगा"
Ajit Kumar "Karn"
"रहबर"
Dr. Kishan tandon kranti
दिल का मौसम
दिल का मौसम
Minal Aggarwal
पगड़ी सम्मान
पगड़ी सम्मान
Sonu sugandh
जिंदगी गवाह हैं।
जिंदगी गवाह हैं।
Dr.sima
आवाह्न स्व की!!
आवाह्न स्व की!!
उमा झा
गुमशुदा लोग
गुमशुदा लोग
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
ओ दूर के मुसाफ़िर....
ओ दूर के मुसाफ़िर....
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
पापा
पापा
ARPANA singh
बेरंग हकीकत और ख्वाब
बेरंग हकीकत और ख्वाब
Dhananjay Kumar
"In My Book, My Favorite Chapter is You"
Lohit Tamta
*मैं भी कवि*
*मैं भी कवि*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
गीत- अँधेरे तो परीक्षा के लिए...
गीत- अँधेरे तो परीक्षा के लिए...
आर.एस. 'प्रीतम'
महाकुंभ भजन अरविंद भारद्वाज
महाकुंभ भजन अरविंद भारद्वाज
अरविंद भारद्वाज
प्रिय हिंदी
प्रिय हिंदी
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
Good
Good
*प्रणय प्रभात*
परिवर्तन
परिवर्तन
Ruchi Sharma
जीवन में मन , वाणी और कर्म से एकनिष्ठ होकर जो साधना में निरं
जीवन में मन , वाणी और कर्म से एकनिष्ठ होकर जो साधना में निरं
Raju Gajbhiye
नेता
नेता
विशाल शुक्ल
इस शहर में.....
इस शहर में.....
sushil yadav
अनुराधा पौडवाल तथा कविता पौडवाल द्वारा आदि शंकराचार्य द्वारा
अनुराधा पौडवाल तथा कविता पौडवाल द्वारा आदि शंकराचार्य द्वारा
Ravi Prakash
~रोटी~
~रोटी~
Priyank Upadhyay
Jindagi Ke falsafe
Jindagi Ke falsafe
Dr Mukesh 'Aseemit'
दोहा पंचक. . . . . पिता
दोहा पंचक. . . . . पिता
sushil sarna
बेशर्मी ही तो है
बेशर्मी ही तो है
लक्ष्मी सिंह
पत्र प्रिय को
पत्र प्रिय को
पूर्वार्थ
नादान नहीं है हम ,सब कुछ समझते है ।
नादान नहीं है हम ,सब कुछ समझते है ।
ओनिका सेतिया 'अनु '
टूट जाते हैं
टूट जाते हैं
Dr fauzia Naseem shad
यही समय है, सही समय है, जाओ जाकर वोट करो
यही समय है, सही समय है, जाओ जाकर वोट करो
श्रीकृष्ण शुक्ल
Loading...