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5 Jun 2024 · 1 min read

पर्यावरण

पर्यावरण

ये मौसम-ए-इश्क है , जरा रुख-ए-नकाब हटाइए |
कर मोहब्बत इन जंगलों से , खो रहा अस्तित्व प्रकृति उसे बचाइए ||

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