Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 May 2024 · 1 min read

न जाने कहाँ फिर से, उनसे मुलाकात हो जाये

न जाने कहाँ , फिर से
उनसे मुलाकात हो जाये
न कुछ कहें हम उनसे , न वो हमसे
बस एक दूसरे का , दीदार हो जाये

चंद खुशनुमा यादें ताज़ा हो जाएँ
वो आम के पेड़ की छैयां
बाहों में बाहें , एक दूसरे की
आगोश में एक दूसरे की हम – तुम

वो खतों का सिलसिला
वो छुप – छुप कर मिलना
वो तेरा मुस्कराना
चुनरी से मुँह छुपाना

काश वो यादें फिर से , ताज़ा हो जाएँ
तेरी आगोश में चंद सासें , गुजर जाएं
वो फिर से तेरा रूठना , और मेरा मनाना
काश फिर से हम , एक – दूसरे के हो जाएँ

न जाने कहाँ उनसे
फिर से उनसे मुलाकात हो जाये
न कुछ कहें हम उनसे , न वो हमसे
बस एक दूसरे का दीदार हो जाये

1 Like · 119 Views
Books from अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
View all

You may also like these posts

छन्द- वाचिक प्रमाणिका (मापनीयुक्त मात्रिक) वर्णिक मापनी – 12 12 12 12 अथवा – लगा लगा लगा लगा, पारंपरिक सूत्र – जभान राजभा लगा (अर्थात ज र ल गा)
छन्द- वाचिक प्रमाणिका (मापनीयुक्त मात्रिक) वर्णिक मापनी – 12 12 12 12 अथवा – लगा लगा लगा लगा, पारंपरिक सूत्र – जभान राजभा लगा (अर्थात ज र ल गा)
Neelam Sharma
4096.💐 *पूर्णिका* 💐
4096.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
*नववधु ! कभी किसी की झूठी, बातों में तुम मत आना (गीत)*
*नववधु ! कभी किसी की झूठी, बातों में तुम मत आना (गीत)*
Ravi Prakash
सविनय निवेदन
सविनय निवेदन
कृष्णकांत गुर्जर
ऐ जिन्दगी
ऐ जिन्दगी
Surinder blackpen
अच्छी तरह मैं होश में हूँ
अच्छी तरह मैं होश में हूँ
gurudeenverma198
दूहौ
दूहौ
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
कैसे कहे
कैसे कहे
Dr. Mahesh Kumawat
चोपाई छंद गीत
चोपाई छंद गीत
seema sharma
श्री कृष्ण भजन
श्री कृष्ण भजन
Khaimsingh Saini
वो हमको देखकर मुस्कुराने लगे,
वो हमको देखकर मुस्कुराने लगे,
Jyoti Roshni
गिलोटिन
गिलोटिन
Dr. Kishan tandon kranti
*सत्य की खोज*
*सत्य की खोज*
Rambali Mishra
जहाँ शिव वहाँ शक्ति'
जहाँ शिव वहाँ शक्ति'
सुशील भारती
रिश्ते ज़ज़बत से नहीं,हैसियत से चलते हैं।
रिश्ते ज़ज़बत से नहीं,हैसियत से चलते हैं।
पूर्वार्थ
जिस इंसान में समझ थोड़ी कम होती है,
जिस इंसान में समझ थोड़ी कम होती है,
Ajit Kumar "Karn"
नया सूरज
नया सूरज
Ghanshyam Poddar
😢अलविदा ताई जी😢
😢अलविदा ताई जी😢
*प्रणय*
विषम परिस्थियां
विषम परिस्थियां
Dr fauzia Naseem shad
आज अंधेरे से दोस्ती कर ली मेंने,
आज अंधेरे से दोस्ती कर ली मेंने,
Sunil Maheshwari
मेरा गुरूर है पिता
मेरा गुरूर है पिता
VINOD CHAUHAN
*शिक्षक हमें पढ़ाता है*
*शिक्षक हमें पढ़ाता है*
Dushyant Kumar
माँ तेरे दर्शन की अँखिया ये प्यासी है
माँ तेरे दर्शन की अँखिया ये प्यासी है
Basant Bhagawan Roy
“प्रजातांत्रिक बयार”
“प्रजातांत्रिक बयार”
DrLakshman Jha Parimal
“ख़ामोश सा मेरे मन का शहर,
“ख़ामोश सा मेरे मन का शहर,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
The Stage of Life
The Stage of Life
Deep Shikha
शादी करके बेटी को विदा कर देना ही माता पिता का फर्ज नहीं होत
शादी करके बेटी को विदा कर देना ही माता पिता का फर्ज नहीं होत
Ritesh Deo
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
उधार  ...
उधार ...
sushil sarna
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
Loading...