Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
Dr fauzia Naseem shad
194 Followers
Follow
Report this post
11 Aug 2024 · 1 min read
कितनी उम्मीदें
ज़िन्दगी भी परेशां हो जाएं,
कितनी उम्मीदें दिल में पलती हैं।
डॉ०फ़ौज़िया नसीम ‘शाद’
Language:
Hindi
Tag:
शेर
Like
Share
2 Likes
· 73 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all
फ़ासले
Dr. Fauzia Naseem Shad
एहसास के मोती
Dr. Fauzia Naseem Shad
मेरे एहसास
Dr. Fauzia Naseem Shad
You may also like these posts
विनती
Dr. Upasana Pandey
कुंडलिया
sushil sarna
ग़ज़ल
Shweta Soni
चैलेंज
Pakhi Jain
जुदा नहीं होना
Dr fauzia Naseem shad
कुछ रिश्ते भी बंजर ज़मीन की तरह हो जाते है
पूर्वार्थ
क्या होता है नजराना तुम क्या जानो।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
तप सको तो चलो
Deepali Kalra
मजदूर का दर्द (कोरोना काल )– गीत
Abhishek Soni
वर्ण पिरामिड
Rambali Mishra
12. *नारी- स्थिति*
Dr .Shweta sood 'Madhu'
मेरी आँखों में देखो
हिमांशु Kulshrestha
भगवान बुद्ध
Bodhisatva kastooriya
*क्या कर लेगा इंद्र जब, खुद पर निर्भर लोग (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
■ बात सब पर लागू। नेताओं पर भी।।
*प्रणय*
तुम्हारी बात कैसे काट दूँ,
Buddha Prakash
चेहरा
MEENU SHARMA
रूपमाला
डॉ.सीमा अग्रवाल
कुम्भकर्ण वध
Jalaj Dwivedi
पेड़ से इक दरख़ास्त है,
Aarti sirsat
79kingpress
79kingpress
अस्तु
Ashwani Kumar Jaiswal
शायरी
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
ज़िंदगी दफ़न कर दी हमने गम भुलाने में,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
अपराध बोध
ललकार भारद्वाज
*क्या आपको पता है?*
Dushyant Kumar
23/74.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
असली दर्द का एहसास तब होता है जब अपनी हड्डियों में दर्द होता
प्रेमदास वसु सुरेखा
गुरु पूर्णिमा
Dr.Priya Soni Khare
तानाशाह के मन में कोई बड़ा झाँसा पनप रहा है इन दिनों। देशप्र
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
Loading...